Israel Hamas War: बुधवार को ईरान में हुए 2 बम धमाकों में 100 लोगों की मौत हो गई थी. बम धमाकों के बाद से ही अमेरिकी सरकार में अफरा तफरी का माहौल है. ऐसा माना जा रहा है कि ईरान में हुए बम धमाकों की वजह से इजरायल और हमास के बीच युद्ध बढ़ने का खतरा और बढ़ गया है. इस स्थिति को देखते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन चौथी बार इजरायल पहुंच रहे हैं. ऐसे में ब्लिंकन के दौरे के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
बुधवार को ईरान में हुए बम धमाकों को लेकर हमास ने इजरायल पर आरोप लगाया था. हमास का कहना है कि इजरायल ने जानबूझकर ईरान में बम धमाके कराए हैं. लेकिन अमेरिका ने हमास के आरोप को खारिज कर दिया. इसके अलावा बेरुत में भी हमास के एक शीर्ष कमांडर को ढेर किया गया था. इसका आरोप भी इजरायल पर लगा है. दरअसल, इजरायल एक तरफ हमास तो दूसरी ओर लेबनान बॉर्डर पर तैनात हिजबुल्ला से भी दो-दो हाथ कर रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि ईरान में हुए बम धमाकों का असर इजरायल और हमास युद्ध पर पड़ा है. इसके चलते इजरायल-हमास युद्ध के फैलने का खतरा पश्चिम एशिया में भी मंडरा रहा है.
अमेरिका नहीं चाह रहा है कि इजरायल और हमास युद्ध की आंच पश्चिमी एशिया में फैले. इसी खतरे को भांपते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री इजरायल पहुंच रहे हैं. इसके अलावा गाजा में पहुंचाई जा रही मानवीय सहायता की वह समीक्षा भी करेंगे. इजरायल दौरे के अलावा वो अरब देशों की भी यात्रा करेंगे.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि युद्ध का बढ़ना मानवता के हित में नहीं है. अगर युद्ध बढ़ता है तो ये न किसी देश और न ही किसी क्षेत्र के हित में है.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजरायल के अलावा तुर्किये, ग्रीस, जॉर्डन, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब का भी दौरा करेंगे. इसके साथ वो वेस्ट बैंक और मिस्त्र का भी दौरा करेंगे. वह अपने दौरों में इजरायल और हमास युद्ध को लेकर चर्चा कर सकते हैं.
इजरायल हमास के खात्मे के लिए बढ़े स्तर पर अभियान चला रही है. इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा को पूरी तरह से खाली करा लिया है. IDF का कहना है कि उत्तरी गाजा में तब तक लोगों को वापस नहीं आने दिया जाएगा जब तक हमास से वो सभी बंधकों को छुड़ा नहीं लेते.