Israel Hamas War: इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने साफ कर दिया है कि गाजा के बाद अब राफाह की तबाही की घड़ी आ गई है. सेना ने कहा है कि नागरिक, इस इलाके को खाली कर दें. गाजा से ही हमास ने इजराइल पर बम दाग दिया है, जिसकी वजह से उसकी चौकियों पर तैनात 3 सैनिक मारे गए हैं. हमास ने केरेम शलोम चौकी को निशाना बनाकर हमला किया है, जिसमें 3 सैनिक मर गए हैं. इजराइल इस हमले के बाद बौखला गया है.
इजराइली सेना की एक प्रवक्ता ने X पर पोस्ट किया है, 'हम पूरी ताकत से आतंकी संगठन हमास के खिलाफ हमला करेंगे. इसमें आपके नागरिक इलाके शामिल होंगे. इसलिए आप पूर्वी राफाह छोड़कर निकल जाएं. उत्तरी हिस्से की ओर जहां, जहां मानवीय मदद दी जा रही है. खान यूनिस और अल मवासी आपके लिए सुरक्षित जगह रहेगी.'
क्यों इजराइल ने दी है डेथ वॉर्निंग?
हमास ने बड़ी आफत मोल ले ली है, जिसका खामियाजा अब रफाह के लोगों को भुगतना होगा. रफाह में करीब 10 लाख फिलिस्तीनी नागरिकों ने शरण ली है. ऐसे में एक बार फिर वहां मानवीय संकट पैदा हो गया है. इजराइल का कहना है कि केरेम शेलोम चौकी पर हुए हवाई हमले के लिए जिम्मेदार सिर्फ हमास है. केरेम शेलोम चौकी से ही वहां मानवीय मदद पहुंचाई जा रही थी लेकिन अब वह भी इजराइल ने रोक दिया है.
कहां जाएंगे फिलिस्तीन के 10 लाख लोग?
इजराइल की धमकी के बाद लोगों को वहां खाली ही करना होगा. इजराइल अपनी बात का पक्का है और बिना हमला किए मानेगा नहीं. इजराइल ने कहा है कि खान यूनिस और अल मवासी में लोगों को टेंट, खाना-पीने और रहने की व्यवस्था दी जाएगी. लोगों को दवाइयां भी मिलेंगी.
क्यों इजराइल ने दी है डेथ वार्निंग?
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कह दिया है कि रफाह पर हमला जरूरी है क्योंकि आतंकियों को सबक सिखाना जरूरी हो गया है. दुनियाभर के मानवाधिकार संगठनों की मांग है कि बेंजामिन हमला न बोलें लेकिन वे जिद पर अड़ गए हैं. उनका कहना है कि आतंकियों ये हिमाकत नहीं करनी चाहिए थी. मानवाधिकार संगठनों ने आशंका जताई है कि इजराइल के इस हमले में हजारों फिलिस्तीनियों का मरना तय है.