Israel-Hamas Ceasefire: इजरायल-हमास के बीच युद्धविराम के समझौते बाद इजरायली बंधकों की रिहाई का सिलसिला जारी है. गाजा में जारी तनाव के बीच, हमास ने उन तीन इसराइली बंधकों के नाम जारी किए हैं जिन्हें फ़लस्तीनी क़ैदियों के बदले शनिवार (15 फरवरी) को रिहा किया जाएगा. बता दें कि, यह कदम इस समय लिया गया जब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में युद्ध फिर से शुरू करने की धमकी दी थी.
रिहा होने वाले बंधकों के नाम हुए जारी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रिहा किए जाने वाले इजरायली बंधकों में रूसी-इजरायली अलेक्जेंडर ट्रौफानोव, अर्जेंटीनी-इसराइली येर हॉर्न और अमेरिकी-इसराइली सागुई डेकेल-चेन शामिल हैं. बता दें कि, ये फैसला इजरायल और हमास के बीच संघर्ष के बीच लिया गया है, जिससे इस संघर्ष में दोनों पक्षों के बीच तनाव और बढ़ गया है.
हमास का आरोप और इजरायल की चेतावनी
हालांकि, इससे पहले, हमास ने आरोप लगाया था कि इजरायल युद्ध विराम की शर्तों का उल्लंघन कर रहा था, जिसके कारण बंधकों की रिहाई को रोका गया था. हमास का कहना था कि इजरायल ने सीजफायर की शर्तों का पालन नहीं किया है. इसके जवाब में, इजरायल ने चेतावनी दी थी कि अगर शनिवार तक बंधकों की रिहाई नहीं होती है, तो वह गाजा समझौते को समाप्त कर देगा और युद्ध फिर से शुरू कर दिया जाएगा.
अमेरिका और युद्ध विराम पर बयान
बता दें कि, इस हफ़्ते की शुरुआत में, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस संकट पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि अगर हमास ने शनिवार तक गाजा में बंधक बनाए गए सभी बंधकों को रिहा नहीं किया, तो युद्ध विराम को खत्म कर दिया जाना चाहिए.
बंधकों की रिहाई से जुड़ी अहम जानकारी
19 जनवरी को युद्ध विराम की शुरुआत के बाद से, 566 फ़लस्तीनियों के बदले में 16 इजरायली और पांच थाई बंधकों को रिहा किया जा चुका है. अब हमास द्वारा उठाए गए इस कदम से इस मामले में एक नया मोड़ आ सकता है, और दोनों पक्षों के बीच भविष्य में स्थिति में बदलाव आ सकता है.
जानें गाजा में अब तक कितने लोगों की हो चुकी है मौत?
बता दें कि, अक्टूबर 2023 से चल रहा गाजा युद्ध युद्ध विराम समझौते के तहत समाप्त हो चुका है. गाजा में विस्थापित हुए सभी लोग अपने घर लौट चुके हैं. गाजा में मानवीय संकट को दूर करने के लिए मिस्र की राफा सीमा से प्रतिदिन मानवीय सहायता भेजी जा रही है.
हालांकि, यह मानवीय सहायता भी कम पड़ रही है. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि गाजा युद्ध खत्म होने के बाद अमेरिका गाजा पर कब्जा कर लेगा. इस बयान के बाद मिडिल ईस्ट में तनावपूर्ण स्थिति बन गई है. गाजा हिंसा में अब तक 47 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 1 लाख से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं.