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India Daily

Israel-Hamas Ceasefire: हमास ने 6 इजरायली बंधकों को किया रिहा, बदले में 602 फिलिस्तीनी कैदी होंगे आजाद

यह समझौता दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण कदम है और आने वाले दिनों में शांति की दिशा में और भी प्रयास किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है. इसके बदले में इजरायल 600 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने की तैयारी कर रहा है.

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Edited By: Mayank Tiwari
 गाजा में इज़रायली बंदियों को सौंपने की प्रक्रिया जारी
Courtesy: Social Media

Israel-Hamas Ceasefire: गाजा में युद्धविराम समझौते के तहत आज शनिवार (22 फरवरी) को हमास ने 6 इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया है. यह समझौता फिलिस्तीनी और इजरायली पक्षों के बीच संघर्ष के मद्देनजर एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार, इजरायली जेलों में बंद 602 फिलिस्तीनियों के बदले गाजा में छह इजरायली बंदियों को आज़ादी दी गई है.

फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास ने गाजा युद्धविराम समझौते के तहत 6 और इजरायली बंधकों को रेड क्रॉस को सौंप दिया है, जिससे दोनों पक्षों के बीच शांति की दिशा में एक और कदम बढ़ा गया है. रॉयटर्स के अनुसार, इन तीन इजरायली नागरिकों – ओमर वेंकर्ट, ओमर शे’म टोव, और एलिया कोहेन – को नुसैरात के केंद्रीय शहर में सैकड़ों फिलिस्तीनियों के सामने एक मंच पर लाकर पेश किया गया.

तीन इजरायली बंधकों की रिहाई

इन तीनों बंधकों को नकली सेना की वर्दी में देखा गया, और फिर उन्हें रेड क्रॉस के वाहनों में बैठाया गया. इन वाहनों ने इजरायल की ओर रुख किया, जैसा कि एसोसिएटेड प्रेस ने रिपोर्ट किया. कोहेन, शे’म टोव और वेंकर्ट को 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के उग्रवादियों द्वारा नवा संगीत महोत्सव के दौरान अपहरण किया गया था, जब उग्रवादी गाजा के दक्षिणी हिस्से में घुसे थे और इस हमले के बाद इजरायल ने गाजा में हमास के खिलाफ आक्रमण किया था.

अन्य बंधकों की रिहाई

हालांकि, इससे पहले दिन में, गाजा के दक्षिणी शहर रफाह में दो अन्य इजरायली बंधकों को रिहा किया गया. इन दोनों की पहचान ताल शोहाम (40) और अवेरा मेनगिस्तु (39) के रूप में की गई है. एक अन्य बंधक, हिसाम अल-सयेद (36), की रिहाई की उम्मीद गाजा सिटी में की जा रही है.

बंधकों की रिहाई: शांति की ओर एक कदम

अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास द्वारा की गई यह रिहाई दोनों पक्षों के बीच शांति की दिशा में एक सकारात्मक पहल मानी जा रही है. यह कदम उस समझौते का हिस्सा है, जो दोनों देशों के बीच संघर्षों और हिंसा को कम करने के लिए किया गया है. इस रिहाई से न केवल इजरायली नागरिकों को राहत मिली है, बल्कि फिलिस्तीनियों की वापसी का भी मार्ग प्रशस्त हुआ है.

मृत इजरायली बंदी की पहचान

इसके अलावा, इजरायली बंदी शिरी बिबास के परिवार ने पुष्टि की है कि उसका शव पहचान लिया गया है. परिवार के अनुसार, गुरुवार को गाजा से लौटाया गया शव किसी और व्यक्ति का पाया गया था, लेकिन अब पुष्टि हो गई है कि वह शिरी बिबास का ही था. हालांकि, इस मामले को लेकर इजरायली सरकार और शिरी बिबास के परिवार ने गहरी चिंता जताई है.

रिहा होने वाले लोगों के परिवारों को धमका रहा IDF

हालांकि, इस बीच सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जब इजरायल गाजा युद्ध विराम समझौते के तहत फिलिस्तीनी कैदियों के एक समूह को रिहा करने की तैयारी कर रहा है, तो उसके सैन्य बलों ने कब्जे वाले पश्चिमी तट पर फिलिस्तीनी घरों को निशाना बनाकर कई छापे मारे हैं और रिहा होने वाले लोगों के परिवारों को धमकाया है.