menu-icon
India Daily

हमास और हिजबुल्लाह की अब खैर नहीं, इजरायली सरकार ने सेना को लेकर लिया बड़ा ऐलान

Israel Hamas War: इजरायली सरकार की सिक्योरिटी कैबिनेट ने पुरुषों के लिए अनिवार्य सैन्य सेवा की समयावधि में बदलाव किया है. इजरायली पुरुषों को अब 32 महीने की अनिवार्य सैन्य सेवा की जगह 36 माह यानी 3 साल की अनिवार्य सैन्य सेवा प्रदान करनी होगी. रिपोर्ट के अनुसार, जंगी मोर्चे पर इजरायल सैन्य बलों की कमी का सामना कर रहा है.

auth-image
Edited By: India Daily Live
IDF
Courtesy: Social Media

Israel Hamas War: इजरायली सरकार के सिक्योरिटी कैबिनेट ने पुरुषों के लिए अनिवार्य सैन्य सेवा की समयसीमा को वर्तमान 32 महीने से बढ़ाकर 36 महीने करने की योजना को मंजूरी दे दी है. इजरायल के समाचार आउटलेट Ynet ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है. जानकारी के मुताबिक, सरकार रविवार को इजरायल रक्षा बलों के पुरुष सैनिकों के लिए अनिवार्य सेवा को तीन साल बढ़ाने पर मतदान करेगी. इजरायल को जंगी मोर्चे पर सैन्य बलों की कमी का सामना करना पड़ रहा है. इस फैसले के बाद इजरायली डिफेंस फोर्स हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ बड़े पैमाने पर जंग लड़ने में सक्षम हो सकेगी.  

रिपोर्ट के अनुसार,  गुरुवार देर रात सुरक्षा कैबिनेट की बैठक के बाद वाईनेट ने बताया कि 36 महीने का यह नियम अगले आठ वर्षों तक लागू रहेगा. इसमें कहा गया है कि इस विधेयक को रविवार को पूर्ण मंत्रिमंडल की बैठक में मतदान के लिए पेश किए जाने की संभावना है. 

इजरायली सेना ने क्या कहा? 

इजरायल के सैन्य कमांडरों ने कहा है कि हमें अपनी सैन्य शक्ति बढ़ाने की जरूरत है जिससे गाजा में हमास आतंकवादी समूह के साथ युद्ध और लेबनान स्थित हिजबुल्लाह मिलिशिया के साथ जंग लड़ सकें. रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल हजारों अति-रूढ़िवादी सेमिनरी छात्रों को ड्राफ्ट नोटिस भेजने की योजना बना रहा है जिन्हें सैन्य सेवा में शामिल होने से छूट दी गई थी. 

हमास के हमले के बाद शुरू हुई जंग 

आईडीएफ को उत्तरी सीमा पर लेबनान के हिजबुल्लाह और गाजा में चल रहे युद्ध के कारण सैन्यबलों की कमी का सामना करना पड़ रहा है. गाजा में जंग 7 अक्टूबर को शुरू हुई  थी तब से यह लगातार जारी है. इस जंग में अब तक 38 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी लोगों की मौत हो चुकी है.हमास के आतंकियों ने दक्षिणी इजरायल के किबुत्ज शहर पर हमला करके खूनी उत्पात मचाया था. हमास के आतंकियों ने इस दौरान 1200 इजरायली लोगों की हत्या कर दी थी और 251 लोगों को अपने साथ बंधक बनाकर गाजा ले आए थे.