Israel Defense Forces Attacks Hezbollah: इजराइल रक्षा बलों ने रविवार दोपहर कहा कि उसने दक्षिणी लेबनान में चल रही अपनी जमीनी कार्रवाई के दौरान पिछले 24 घंटों में हिजबुल्लाह के 150 से अधिक ठिकानों पर हमला किया है. इसके साथ ही उन्होंने लेबनान के दक्षिणी उपनगर दहियाह में हिजबुल्लाह के गढ़ में कई इमारतों के पास से नागरिकों को निकालने का आदेश भी जारी किया है.
सेना ने कहा कि आईडीएफ की 98वीं और 36वीं डिवीजनों के सैनिक दक्षिणी लेबनान के गांवों में हथियार डिपो, सुरंग शाफ्ट और अन्य हिजबुल्लाह बुनियादी ढांचे का पता लगाकर उन्हें नष्ट कर रहे हैं. इजराइली सैनिक क्षेत्र में हिजबुल्लाह के लड़ाकों को भी निशाना बना रहे हैं.
आईडीएफ ने बताया कि इजरायली वायुसेना की ओर से जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया उनमें टैंक रोधी मिसाइल प्रक्षेपण स्थल, आतंकवादियों के ठिकाने, सुरंगें और हथियार डिपो शामिल थे. सेना के अनुसार, दक्षिणी लेबनान में कार्रवाई करते समय सैनिकों को हिज़्बुल्लाह के आतंकवादियों की ओर से छोड़े गए भारी मात्रा में हथियार मिल रहे हैं.
दक्षिणी लेबनान के कुछ गांवों में लड़ाई में शामिल अधिकारियों ने कहा कि हिजबुल्लाह के ठिकानों से भारी मात्रा में हथियारों की बरामदगी की गई है. आईडीएफ ने कहा कि 36वें डिवीजन के अंतर्गत कार्यरत 188वीं बख्तरबंद ब्रिगेड ने हाल के दिनों में अपने अभियानों के दौरान कई हथियार भंडारों और सुरंगों का पता लगाया है.
सैनिकों ने हिजबुल्लाह के एक कमांड सेंटर का भी पता लगाया और उसे ध्वस्त कर दिया, जिसके बारे में आईडीएफ ने कहा कि इसका इस्तेमाल आतंकवादी समूह की ओर से उत्तरी इजरायल पर रॉकेट हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने के लिए किया गया था.
आईडीएफ की ओर से 188वीं ब्रिगेड के कमांडर कर्नल ऑर वोलोजिंस्की ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में हम ऊपर और भूमिगत बुनियादी ढांचे को ध्वस्त करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और जब तक आवश्यक होगा हम ऐसा करना जारी रखेंगे, जब तक कि हम उत्तर में निवासियों की पूरी सुरक्षा के साथ वापसी की गारंटी नहीं दे देते.
अभियान के दौरान, आईडीएफ ने रविवार को लेबनान सीमा पर मनारा, यिफ्ताह और मलकिया समुदायों के क्षेत्रों में एक नया बंद सैन्य क्षेत्र स्थापित किया. सेना ने कहा कि यह कदम दक्षिणी लेबनान में जमीनी अभियानों के दौरान ताजा आकलन के बाद उठाया गया. पिछले सप्ताह लेबनान में आईडीएफ की ओर से जमीनी अभियान शुरू करने के बाद से ये उत्तरी सीमा पर लगाया गया तीसरा बंद सैन्य क्षेत्र है. ये आदेश उन क्षेत्रों में नागरिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाता है जहां इजरायली सेना काम कर रही है, इसमें लेबनानी गांवों की सीमा के पार इजरायल के क्षेत्र भी शामिल हैं जहां लड़ाई हो सकती है.