Israel Emergency: इजरायली सेना ने कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने रविवार को दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्लाह के हजारों रॉकेट लांचरों पर हमला किया है. इजरायल के मुताबिक, हिजबुल्लाह ने हजारों रॉकेट के जरिए उत्तरी और मध्य इजरायल को निशाना बनाने की कोशिश की थी, हालांकि सेना ने उनके हमलों को विफल कर दिया. दोनों पक्षों के बीच ताजा हमलों ने पश्चिम एशिया के तनाव को और भी ज्यादा गहरा कर दिया है. इस बीच इजरायली सरकार ने देश में 48 घंटों के आपातकाल की घोषणा की है.
इजरायल में जैसे ही हमलों के बारे में सूचना मिली. सरकार हरकत में आ गई. रक्षा मंत्री यौव गैलेंट ने घोषणा करते हुए कहा कि इजरायल में 48 घंटे का देशव्यापी आपाताकाल लगाया जा रहा है. यह दुश्मन से सुरक्षा के जरूरी रिहर्सल है. गैलेंट ने अपने कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा कि आपातकाल की घोषणा आईडीएफ को इजरायली नागरिकों को निर्देश जारी करने में सक्षम बनाती है. ऐसे में सभा और महत्वपूर्ण जगहों पर लोगों के जुटान पर पाबंदी रहेगी.
יחד עם ראש הממשלה בקריה - עוקבים מקרוב אחר פעולות צה״ל הנעשות להסרת האיומים השונים. pic.twitter.com/GER77ZJEZY— יואב גלנט - Yoav Gallant (@yoavgallant) August 25, 2024
हिजबुल्लाह ने रविवार को कहा कि उसने रात भर में इजरायल पर 320 से अधिक रॉकेट दागे हैं. इन हमलों में इजरायल के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया है. वहीं, दूसरी ओर इजरायली सेना ने कहा कि वह हिजबुल्लाह के रॉकेट को नष्ट करने के लिए एहतियातन पूर्व हमले कर रही है. हिजबुल्लाह ने एक बयान में कहा कि अब तक दुश्मन के ठिकानों की ओर दागे गए कत्युशा रॉकेटों की संख्या 320 से ज़्यादा है. समूह ने आगे कहा कि उसने 11 इजरायली ठिकानों और बैरकों को निशाना बनाया है. समूह ने कहा कि उसके हमले का पहला चरण पूरी तरह से सफल रहा है.
पश्चिमी एशिया में कई सप्ताह से तनाव की स्थिति बनी हुई है. हिजबुल्लाह और ईरान ने बेरूत में इजरायली हमले का जवाब देने का वादा किया था, जिसमें समूह के एक वरिष्ठ कमांडर की मौत हो गई थी, साथ ही तेहरान में हमास के राजनीतिक नेता की हत्या भी इजरायल पर आरोप लगाते हुए की गई थी. पश्चिम एशिया में लंबे समय से तनाव की स्थिति कायम है. यह उस समय तब और ज्यादा बढ़ गई जब इजरायल ने बेरूत में ईरान के वाणिज्यिक दूतावास पर हमला कर दिया जिसमें हिजबुल्लाह और IRGC के एक वरिष्ठ कमांडर की मौत हो गई थी. इसके बाद पिछले माह तेहरान में हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हानिया की हत्या कर दी गई. ईरान और हिजबुल्लाह ने इजरायल से इन हमलों का बदला लेने की धमकी दी थी.
अमेरिका ने शनिवार को कहा कि वह इजराइल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता रहेगा. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सेवेट ने एक बयान में कहा कि हम इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करते रहेंगे और हम क्षेत्रीय स्थिरता के लिए काम करते रहेंगे. वहीं, पेंटागन ने शनिवार देर रात कहा कि यूएस अपने सहयोगी की रक्षा के लिए समर्थन करने के लिए तैयार है. पेंटागन के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि हम स्थिति पर बारीकी से नज़र बनाए हुए हैं .