Israel-Hamas Ceasefire: इजरायल और हमास के बीच बंधकों की अदला-बदली जारी है. इस बीच इजरायल का कहना है कि हमास की लिस्ट से पता चला है कि गाजा युद्ध विराम बंधक समझौते के पहले फेज में रिहा किए जाने वाले 33 बंधकों में से 8 लोगों की मौत हो चुकी है. इस जानकारी के मिलने के बाद उनके परिजनों ने गहरी चिंता और डर का इज़हार किया. दरअसल, मंगलवार (28 जनवरी) को हमास द्वारा जारी की गई जानकारी के बाद बंधकों के परिवारों को उनके प्रियजनों की हालत को लेकर गंभीर चिंता सता रही है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने अपनी जानकारी में उन 33 बंधकों के बारे में बताया है, जो युद्धविराम के पहले चरण में रिहा किए जाने वाले हैं. इस सूची में नाम नहीं, बल्कि सिर्फ संख्या दी गई थी, जिसके आधार पर बताया गया कि इनमें से कितने बंधक जीवित हैं और कितने मृत हैं. यह जानकारी हमाल द्वारा इस महीने इजरायल के साथ किए गए समझौते के तहत उसे बंधकों की स्थिति के बारे में देना अनिवार्य था.
इजराइल के सेना ने दी पुष्टि
हालांकि, हमास की ओर से दी गई जानकारी अधूरी थी, फिर भी इजरायल की खुफिया एजेंसियों के अनुसार यह आंकड़े मेल खाते थे. बंधकों के परिवारों को सरकार के बंधक मामलों के प्रमुख, गैल हिरश ने बताया कि इन आंकड़ों में जानबूझकर कोई गलत जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन यह सही नहीं होने के बावजूद इजरायल की सैन्य आकलन से मेल खाती थी.
परिवारों के सता रहा डर और चिंता
यिज़हार लिफ्शिट्ज ने कहा, जिनके 84 वर्षीय पिता ओदेड लिफ्शिट्ज इस पहले चरण में रिहा होने वाले 33 बंधकों की सूची में शामिल हैं. उनका कहना है कि, “यह कोई ठोस डेटा नहीं है, यह हमास की ओर से दी गई जानकारी है जिसमें ‘जिंदा,’ ‘रिहा,’ और ‘मृत’ जैसे शब्दों का उपयोग किया गया है. इस प्रकार की अनिश्चितता और निराशाजनक सूचना ने परिवारों के बीच गहरी चिंता का माहौल बना दिया है.
बंधकों के परिजनों के लिए बड़ा सवाल
भले ही इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम हो चुका है, लेकिन गाजा के अंदर बंधक बनाए गए लोग जिंदा है या मृत है कुछ पता नहीं. बंधकों के परिवार के लिए ये दिल दहला देने वाला सवाल है. इन्हीं परिवार के दबाव के कारण अब इजरायल सरकार उन्हें मुक्त कराने के समझौते पर पहुंची है. 33 बंधकों में से सात को पहले ही रिहा कर दिया गया है.