इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों ने गाजा पट्टी में शनिवार को कम से कम 70 लोगों की जान ले ली. ये हमले तब हुए जब युद्ध विराम की नई कोशिशें शुरू हो चुकी थीं, ताकि 15 महीने से चल रहे युद्ध को समाप्त किया जा सके.
गाजा शहर में दो घरों पर इजरायली हवाई हमले किए गए, जिनमें से पहला हमला अल-घौला परिवार के घर पर हुआ. यह हमला रात के समय किया गया और इसके परिणामस्वरूप पूरी इमारत ढह गई. स्थानीय निवासी और मेडिकल दल ने बताया कि इस हमले में कई महिलाएं और बच्चे मारे गए, जिनमें से कोई भी व्यक्ति हथियार नहीं चला रहा था, बल्कि सभी नागरिक थे.
राहत कार्य और मलबे में दबे लोग
हमले के बाद, लोगों ने मलबे में दबे संभावित जीवित लोगों को तलाशने की कोशिश की, और चिकित्सा कर्मियों ने बताया कि कुछ बच्चों की भी मौत हो गई. इसके बाद भी, जलती हुई वस्तुओं और धुएं के गुबार मलबे से उठ रहे थे. इसके अलावा, एक और हवाई हमले में गाजा शहर के एक अन्य घर में पांच लोग मारे गए, जबकि 10 से अधिक लोग मलबे में फंसे होने का डर था. इजरायली सैन्य ने इस हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की.
युद्ध विराम की कोशिशें और इजरायली दबाव
हालिया इजरायली हमले और बढ़ती मौतों के बीच, युद्ध विराम के लिए फिर से प्रयास शुरू किए गए हैं. कतर और मिस्र के मध्यस्थों द्वारा दोहा में बातचीत फिर से शुरू की गई है, और अमेरिकी प्रशासन ने भी हामस से समझौता करने की अपील की है. हामस ने इस समझौते के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि दोनों पक्षों के बीच कितना समीपता है.
इजरायल और हामस के बीच युद्ध की पृष्ठभूमि
इजरायल ने गाजा पर हमला 7 अक्टूबर 2023 को हामस द्वारा किए गए हमले के जवाब में किया था, जिसमें गाजा से आए आतंकवादियों ने सीमा पर स्थित इजरायली गांवों पर हमला किया था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 250 से अधिक नागरिकों को बंधक बना लिया गया था. इजरायली सेना का लक्ष्य हामस को समाप्त करना है, और इसके चलते गाजा के कई इलाके पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं. इस सैन्य अभियान में अब तक 45,717 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जैसा कि गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया.
गाजा की स्थिति और भविष्य की दिशा
गाजा में लगातार बढ़ते संघर्ष ने वहां के नागरिकों की स्थिति को और भी भयावह बना दिया है. जहां एक ओर इजरायल और हामस के बीच युद्ध जारी है, वहीं इस संघर्ष का नागरिकों पर गंभीर प्रभाव पड़ा है, जिसमें लाखों लोग अपने घरों से बेघर हो चुके हैं. अब भी, युद्ध विराम के प्रयासों की उम्मीद बनी हुई है, लेकिन इस दौरान नए हमले और संघर्ष के हालात इस उम्मीद को धूमिल कर रहे हैं.