Israel Attack on Gaza: गाजा में इजरायल द्वारा किए गए हमलों ने एक बार फिर से तबाही के मंजर को जिंदा कर दिया है. मंगलवार को हमला शुरू करके इजरायल ने हमासे के खात्मा का सिलसिला शुरू किया. लेकिन इजरायल को शायद ही यह पता हो कि उसके इस हमले से कितने निर्दोश लोगों की जान जा रही है. इस हमले में अब तक 400 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. हमलों के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह हमले तो बस शुरुआत हैं. आगे और भी बड़ा होने वाला है. इजरायली हमले को तुर्की ने गलत बताते हुए उसे सीधा आतंकवाद का देश करार दिया.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अस्पतालों में 413 लोगों की लाशें आई हैं और कई और लोग मलबे में दबे हुए हैं. यह संख्या अभी भी बढ़ सकती है. अस्पतालों में घायलों का इलाज जारी है, लेकिन अत्यधिक दबाव के कारण वहां के डॉक्टरों और नर्सों की हालत भी खराब हो गई है. एक गाजा निवासी ने बताया, "इजरायल ने फिर से गाजा पर hellfire छेड़ा. मैंने सोचा था कि यह सिर्फ डरावने सपने हैं, लेकिन मेरे रिश्तेदार के घर में आग लगी और 20 से ज्यादा लोग शहीद और घायल हो गए, जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे थे."
इजरायल और हमास के बीच बढ़ती तनातनी
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी कि यह केवल शुरुआत है. उन्होंने कहा, "हमास ने अक्टूबर 2023 में इजरायल पर हमला किया था, और अब हम हमास को पूरी ताकत से खत्म करेंगे. अगले हमलों में और भी तेजी होगी. अब से हमास के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ आग से होगी, और बातचीत भी सिर्फ गोलियों के बीच होगी."
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोआन ने मंगलवार को इजरायल को "आतंकी राज्य" करार दिया. र्दोआन ने रमजान इफ्तार भोज के दौरान कहा, "जायनवादी शासन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि यह एक आतंकवादी राज्य है, जो गाजा पर अपने क्रूर हमलों के साथ निर्दोषों के खून, जान और आंसुओं से अपना पेट भरता है."
हमास ने इजरायल के हमलों का विरोध किया है और इसे संघर्षविराम को तोड़ने वाला कदम बताया है. हमास ने यह भी आरोप लगाया कि इजरायल के इन हमलों के कारण शांति समझौते की कोशिशों को खतरा हो सकता है. हमास ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वे इजरायल पर दबाव डालें ताकि यह हमले बंद किए जा सकें.
हमास ने एक बयान में कहा, "इजरायल ने संघर्षविराम समझौते को पलटने का फैसला किया है. यह हिंसा और युद्ध की स्थिति को बढ़ावा देगा और बाकी बचे हुए बंदी हमारे हाथों में हैं, जिनकी जान खतरे में डालने का काम इजरायल ने किया है."