Israel Hamas War: गाजा पट्टी में सात दिनों के संघर्ष विराम के बाद इजरायली सेना और हमास लड़ाकों के बीच युद्ध फिर से आरंभ हो गया है. इजरायली डिफेंस फोर्स तेजी से हमास के ठिकानों को निशाना बना रही है. इजरायल का दावा है कि हमास की कैद में अब भी उसके सैकड़ों लोग कैद में हैं. इस बीच एक ऐसी घटना हुई जिसने इजरायली सेना की खासी किरकिरी कराई है. हमास पर हमलों के दौरान इजरायली सेना ने बेरूत यानी लेबनान से माफी मांगी है.
दरअसल मामला लेबनानी सेना के एक सैनिक की हत्या को लेकर है. इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर निशाना साधते-साधते लेबनानी सेना की चौकी को उड़ा दिया. IDF की इस हरकत के बाद उसकी हर ओर आलोचना हो रही है. आईडीएफ ने अपनी सफाई में कहा है कि वह हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बना रही थी लेकिन हमें रिपोर्ट मिली है कि इस हमले में लेबनान के कई सैनिक हताहत हुए हैं. आईडीएफ की ओर से मामले की जांच किए जाने की अब बात की जा रही है.
बुधवार को इजरायली सेना ने अपने बयान में लेबनानी सैनिक की हत्या पर दुख जताया. इजरायली डिफेंस फोर्स के मुताबिक, बॉर्डर पर हिजबुल्लाह के ठिकानों का पता चला था. उसके बाद यह हमला किया गया. आईडीएफ ने कहा कि उसका उद्देश्य हिजबुल्लाह के ठिकानों को नष्ट करना था. हमारे हमले में लेबनानी सेना के कई सैनिक घायल हो गए . इस घटना को लेकर हमें खेद है और हम मामले की जांच करेंगे.
इजरायली सेना ने दक्षिणी गाजा के मुख्य शहर पर हमला शुरू किया था. पांच हफ्ते बाद भी जारी है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास की सशस्त्र शाखा और कस्साम ब्रिगेड ने कहा कि उसके लड़ाके इजरायली सेना के साथ हिंसक झड़पों में लगे हुए हैं. इजरायल की एक सैन्य वेबसाइट के मुताबिक, मंगलवार को दो सैनिकों की मौत हुई है. इजरायल की जमीनी कार्रवाई के बाद से 83 सैनिकों की मौत की सूची जारी की है.