कई शहरों के लिए खतरे की घंटी: NASA ने एस्टेरॉयड 2024 YR4 पर गड़ाई नजर, इतनी तेजी से आ रही तबाही

नासा का अत्याधुनिक जेम्स वेब टेलिस्कोप वर्तमान में एक खतरनाक एस्टेरॉयड पर निगरानी रख रहा है. यह एस्टेरॉयड 2032 में पृथ्वी के निकट से गुजरेगा, जिससे संभावित रूप से विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं. भारत भी इस संभावित खतरे के क्षेत्र में शामिल है.

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Asteroid 2024 Yr4: वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक नए क्षुद्रग्रह 2024 YR4 की पहचान की है, जो लगभग 40 से 100 मीटर चौड़ा है. नवीनतम गणनाओं के अनुसार, इस क्षुद्रग्रह के पृथ्वी से टकराने की संभावना 2032 में लगभग 2% है. हालांकि, इसका मतलब यह भी है कि 98% संभावना है कि यह सुरक्षित रूप से पृथ्वी के पास से गुजर जाएगा.

बता दें कि वैज्ञानिक लगातार इसके प्रक्षेपवक्र (कक्षा) का अध्ययन कर रहे हैं और अधिक डेटा एकत्र करने के बाद जोखिम की संभावना को और परिष्कृत किया जाएगा. कई विशेषज्ञों का मानना ​​है कि आगे के अध्ययन के साथ टकराव की संभावना लगभग शून्य हो सकती है. NASA और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी मार्च 2025 में वेब स्पेस टेलीस्कोप के माध्यम से 2024 YR4 का बारीकी से अध्ययन करने की योजना बना रहे हैं.

कितना खतरनाक हो सकता है 2024 YR4?

आपको बता दें कि 2024 YR4 के खतरे की गंभीरता कई कारकों पर निर्भर करेगी, जिनमें आकार, गति और संरचना शामिल हैं. यदि यह पृथ्वी से टकराता है, तो वैज्ञानिकों के अनुसार इसका प्रभाव सीधे टकराने के बजाय हवाई विस्फोट के रूप में होगा.

  • यह विस्फोट 8 मिलियन टन टीएनटी के बराबर ऊर्जा छोड़ सकता है.
  • यह शक्ति हिरोशिमा परमाणु बम से 500 गुना अधिक हो सकती है.
  • 50 किलोमीटर के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विनाश संभव है.

किन देशों पर मंडरा सकता है खतरा?

वहीं NASA के कैटालिना स्काई सर्वे प्रोजेक्ट के वैज्ञानिकों, जिनमें इंजीनियर डेविड रैंकिन शामिल हैं, ने 2024 YR4 के संभावित "जोखिम गलियारे" की पहचान की है. यदि टकराव की 2% संभावना सच होती है, तो यह निम्नलिखित क्षेत्रों पर प्रभाव डाल सकता है:

  • दक्षिण अमेरिका: वेनेजुएला, कोलंबिया, इक्वाडोर.
  • प्रशांत महासागर और दक्षिणी एशिया के कुछ हिस्से.
  • अरब सागर और अफ्रीकी देश: इथियोपिया, सूडान, नाइजीरिया.
  • भारतीय उपमहाद्वीप: भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश.

हालांकि, यह सूची स्थायी नहीं है और जैसे-जैसे नए आंकड़े सामने आएंगे, इन पूर्वानुमानों में बदलाव हो सकता है.

कैसे मापा जाता है क्षुद्रग्रह का खतरा?

  • खगोलविद क्षुद्रग्रहों के खतरे का आकलन करने के लिए टोरिनो स्केल नामक 11-बिंदु प्रणाली का उपयोग करते हैं.
  • 2024 YR4 को वर्तमान में टोरिनो स्केल पर स्तर 3 के रूप में वर्गीकृत किया गया है.
  • यह संकेत करता है कि यह क्षुद्रग्रह बड़ा और पृथ्वी के करीब से गुजरेगा.

हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि जैसे-जैसे डेटा स्पष्ट होगा, यह खतरा शून्य के करीब पहुंच जाएगा.

इसके अलावा, शुरुआती गणनाओं में इस क्षुद्रग्रह के पृथ्वी से टकराने की संभावना 1.2% थी, जिसे बाद में 2.3% तक बढ़ाया गया. लेकिन नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, यह जोखिम 2% तक कम हो गया है. वैज्ञानिक इस पर लगातार अध्ययन कर रहे हैं और भविष्य में यह आंकड़ा और भी बदला जा सकता है.

बहरहाल, क्षुद्रग्रह 2024 YR4 को लेकर वैज्ञानिकों की लगातार नजर बनी हुई है. हालांकि इसके पृथ्वी से टकराने की संभावना बहुत कम है, फिर भी यह एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है. NASA और ESA की आने वाली रिसर्च से इस विषय पर और स्पष्टता मिलेगी.