Palestine: बीते साल 7 अक्टूबर से ही इजरायल और फिलिस्तीन का चरमपंथी संगठन हमास युद्ध के मैदान में है. इस युद्ध में 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इजरायल ने हमास को नक्शे से मिटाने की कसम खाई है. इसी बीच 2 देशों ने इजरायल को स्टेट के रूप में मान्यता दे दी है. इस खबर ने इजरायल और उसके सहयोगियों की नींद उड़ा दी है. इन देशों में आयरलैंड और नॉर्वे शामिल है. स्पेन ने मान्यता नहीं दी है लेकिन स्पेनी प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कहा है कि वो 28 मई को फिलिस्तीन को एक स्टेट के रूप में मान्यता देंगे.
इस फैसले से इजरायल को ऐसी मिर्ची लगी की उसने आयरलैंड और नार्वे से अपने राजदूतों को तत्काल प्रभाव से स्वदेश बुला लिया है. इजरायल ही नहीं उसके सहयोगियों की भी नींद उड़ गई है.
आयरलैंड और नॉर्वे ने जैसे ही फिलिस्तीन को स्टेट के रूप में मान्यता दी उसके कुछ देर बाद ही इजरायल के विदेश मंत्री काट्ज ने बयान देते हुए कहा कि वो आयरलैंड और नार्वे को स्पष्ट संदेश दे रहे हैं कि इजरायल की सुरक्षा में बाधा डालने वालों के खिलाफ वो चुप नहीं बैठेंगे.
उन्होंने कहा कि नार्वे और नीदरलैंड की मूर्खता हमें रोक नहीं सकती. हम अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए संकल्पित हैं. हमास का खात्मा और अपने नागरिकों की सुरक्षा और बंधकों को वापस लाना हमारे प्रमुख टारगेट हैं.
स्पेन को लेकर इजरायल के विदेश मंत्री ने कहा कि जैसा कदम हमने नार्वे और आयरलैंड के खिलाफ उठाया है वैसा ही कदम हम स्पेन के खिलाफ उठाएंगे.
इजरायली सेना गाजा पट्टी के अलग-अलग शहरों को निशाना बना रही है. गाजा पट्टी का राफा शहर कब्रिस्तान में तब्दील हो चुका है. बीते कई दिनों से इजरायल की सेना वहां बम बरसा रही है. गाजा पट्टी के हालात बेहद खराब हो गए हैं. लाखों लोगों विस्थापित हो गए हैं. जो बचे हैं वो भुखमरी की मार झेल रहे हैं.