Ali Khamenei: रमजान महीने की शुरुआत हो चुकी है. इस त्योहार का धूम पूरे दुनिया में है लेकिन लोगों की नजर मिडिल ईस्ट पर है. क्योंकि पिछले साल इसी दौरान मिडिल ईस्ट के कई इलाकों में उथल-पुथल देखने को मिली थी. फिलिस्तीन में युद्ध के साथ-साथ सीरिया में भी राजनीतिक बवंडर ने सब पलट कर रख दिया था.
इस समय पर ईरान फिलिस्तीन और सीरिया दोनों के साथ जुड़ा हुआ था. अब एक बार फिर रमजान का त्योहार मनाया जा रहा है.
ईरान इस समय आर्थिक संकट से जूझ रहा है. देश में लगे कई तरह के प्रतिबंधों के कारण लोगों को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि देश के खराब समय में भी ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने रमजान की बधाई दी है.
अली खामेनेई ने देश में कुरान पढ़ने वाले लोगों के साथ मुलाकात की जानकारी खुद सोशल मीडिया के माध्यम से दी है. उन्होंने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि रमजान के पाक महीने की शुरुआत पर मुबारकबाद! जो असल में तकवा और शुक्र करने वालों के लिए एक खास ईद है.
We face challenges in our personal lives, our life in society, our morals, and our interactions with one another that can be solved using the #Quran. The Quran can guide us in these areas and take us by the hand.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) March 2, 2025
इसी के साथ उन्होंने देश के खराब हालत के लिए कुछ लालची लोगों को जिम्मेदार भी ठहराया. उन्होंने एक और पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि आज देस में एक लालची लोगों का बहुत बड़ा समूह है. जो नास्तिक या तो फिर पाखंडी है. इनसे निपटने की जरूरत है.
Today, the Iranian nation is faced with a vast front of power-hungry people who are either disbelievers or hypocrites. How should we deal with them? The Quran contains guidance on how to deal with them.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) March 2, 2025
ईरानी सुप्रीमों ने कहा कि आज के लोग नैतिक बीमारियों से ग्रसित हैं. वे जलन, स्वार्थ और कंजूसी में फंस चुके हैं. ये लोग सबकुछ के ऊपने अपने हित को प्राथमिकता देते हैं. ऐसे लोगों का इलाज कुरान में दिया गया है. कुरान लोगों को इन सभी क्षेत्र में मार्गदर्शित कर सकता है.