Iran-Israel War: ईरान का इजराइल पर ताबड़तोड़ हमला जारी है, लेकिन इजराइल की ओर से कोई प्रतिक्रिया अब तक नहीं दी गई है, क्योंकि ईरान के हमलों का इजराइल पर कोई असर नहीं दिख रहा है. ईरान की ओर से दागे गए करीब 300 रॉकेट्स और मिसाइल्स में से 99 फीसदी को इजराइल ने हवा में ही मार गिराया. कहा जा रहा है कि हमलों को नाकाम करने के लिए इजराइल के पास तगड़ा एयर डिफेंस सिस्टम है. फिलहाल, इजराइल से 1800 किलोमीटर दूर बैठा ईरान अंतरराष्ट्रीय समुदाय की शांति बरतने की अपील के बावजूद चुप बैठने के मूड में दिख नहीं रहा है.
13 अप्रैल की रात तक ईरान ने 300 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइल के जरिए इजराइल पर हमले किए, लेकिन इजराइल ने अपने मजबूत एयर डिफेंस और सहयोगी देशों की मदद से इन मिसाइल्स और ड्रोन के हमलों को नाकाम कर दिया. सवाल ये कि जब दोनों देशों के बीच 1800 किलोमीटर की दूरी है, तो ईरान ऐसे कौन से ड्रोन और मिसाइल का यूज कर रहा है?
ईरान की सेना के मुताबिक, उसके पास ऐसे ड्रोन्स हैं, जो 2000 किलोमीटर दूर जाकर हमला कर सकते हैं. इनमें शाहेद-136 शामिल है, जो 50 किलो तक का हथियार लेकर उड़ सकता है. ऐसे करीब 185 ड्रोन के जरिए ईरान ने इजराइल पर हमला किया है. इसके अलावा, 1700 किलोमीटर की रेंज वाली एमाद बैलिस्टिक मिसाइल भी ईरान के तरकश में मौजूद है. 13 अप्रैल की रात तक ईरान की ओर से जो मिसाइलें दागीं गईं, उनमें पावेह मिसाइल भी शामिल है, जिसकी रेंज 1650 किलोमीटर है.
एमाद बैलिस्टिक मिसाइल मीडियम रेंज की मिसाइल मानी जाती है. इसमें 750 किलोग्राम तक का वारहेड ले जाने की क्षमता होती है. इसमें मैन्यूवरेबल रीएंट्री व्हीकल की खासियत भी है. यानी जरूरत के वक्त इसकी दिशा में भी बदलाव किया जा सकता है. 2016 से ईरानी सेना इस मिसाइल का यूज कर रही है. ईरान के पास गद्र-110 बैलिस्टिक मिसाइल भी है, जिसकी रेंज करीब 2000 किलोमीटर है. इसके अलावा, ईरान 2000 किलोमीटर रेंज वाले शाहेद ड्रोन भी यूज कर रहा है.
इजराइल के पास आयरन डोम और ऐरो-3 हाइपरसोनिक सरफेस-टू-एयर मिसाइल सिस्टम है, जो आसमान में ही मिसाइलों और ड्रोन्स को नस्तेनाबूत कर दे रहा है. इसके अलावा सी-डोम एयर डिफेंस सिस्टम भी इजराइल के पास है, जिसके जरिए वो ईरान के हमलों का मुंहतोड़ जवाब दे रहा है.
इजराइल के आयरन डोम को पूरी दुनिया में बेस्ट एयर डिफेंस सिस्टम के रूप में जाना जाता है. पिछले साल अक्टूबर में हमास से जंग शुरू होने के बाद इजराइल ने इसी आयरन डोम से हमास की मिसाइल और ड्रोन्स के हमलों को नाकाम किया था. आयरन डोम और आयरन बीम के अलावा इजराइल के पास लेजर मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी है, जिसकी टेस्टिंग पहली बार अप्रैल 2022 में की गई थी. कहा जाता है कि ये आयरन डोम और आयरन बीम से काफी सस्ता है. हालांकि फिलहाल इजराइल इसका यूज नहीं कर रहा है.