Inunaki Haunted Village: आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बता रहे हैं, जहां से कोई वापस नहीं आ सका. दुनिया में ऐसी कई जगहें हैं जिनके बारे में काफी कुछ कहा और सुना जाता है. उन्हीं में से एक है इनुनाकी गांव, जो जापान में स्थित है. कहा जाता है कि यह एक ऐसा गांव है जहां सरकार भी चेतावनी देती है कि अगर आप वहां जाएंगे तो कभी वापस नहीं आएंगे. हालांकि, इस गांव के ठीक बाहर बड़ा साइनबोर्ड है जिस पर साफ शब्दों में लिखा है कि जापान का अधिकार क्षेत्र यहां पर खत्म होता है और अगर आप इंदर जाएंगे तो जापान में नहीं रहेंगे.
इनुनाकी गांव के बारे में कुछ खौफनाक किस्से प्रचलित हैं. इंस्टाग्राम की एक वायरल वीडियो में इस गांव के बारे में बताया गया जिसके बाद लोगों के मन में इसे लेकर कई सवाल हैं और लोग इसके बारे में काफी कुछ जानने के इच्छुक हैं.
ऐसा माना जाता है कि गांव के अंदर भयानक चीजें होती हैं, इतनी भयानक कि कोई भी उनके बारे में सुनने के बाद अंदर जाने की हिम्मत नहीं करेगा. फिर भी, कुछ लोग जिन्हें रोमांच पसंद है वो इसके अंदर जाने की कोशिश करते हैं. इस गांव को लेकर सबसे ज्यादा परेशान करने वाला दावा यह है कि इस गांव के अंदर, मनुष्यों को खाया जाता है. लोगों का मानना है कि यहां शैतानी अनुष्ठान होते हैं, जहां लोगों को न केवल मारा जाता है, बल्कि मजे के लिए उन्हें यातनाएं भी दी जाती हैं.
कई लोगों ने इस गांव से चीखें और भयानक आवाज आने का दावा भी किया है. कुछ का कहना है कि अगर गांव के करीब जाते हैं तो कुछ न कुछ अजीबोगरीब घटना होती है. इनुनाकी गांव के पीछे की सच्चाई त्रासदी और रहस्य में दबी हुई है.
इनुनाकी गांव कोई भूतहा शहर नहीं है बल्कि यह एक ऐसा गांव है जो अब अपने ओरिजनल फॉर्म में मौजूद नहीं है. इस गांव के पीछे की कहानी की बात करें तो असल में इनुनाकी गांव 1986 में डूब गया था. यहां एक इनुनाकी बांध बनाया गया था, जिससे गांव उसके पानी में डूब गया था. अभी के इनुनाकी गांव में कम लोग रहते हैं लेकिन कहानियां अब भी कायम हैं. देखा जाए तो ये कहानियां किसी डरावनी मूवी की तरह लगती हैं.
इनुनाकी सुरंग को लेकर भी कई कहानियां हैं. 1954 में ये सुरंग लोगों को पहाड़ों को पार करने में मदद करने के लिए बनाई गई थी. फिर 1988 में, वहां एक भयानक अपराध को अंजाम दिया गया जब पांच लोगों ने एक फैक्ट्री कर्मचारी का अपहरण कर लिया. यह उसे प्रताड़ित किया गया और जिंदा जला दिया गया. इस घटना ने सुरंग को एक सामान्य रास्ते से बदलकर डर के अंधेरे में डाल दिया. इस सुरंग की हालत खराब है और इसमें सरकारी एक्सेस भी नहीं है. किंवदंतियों का दावा है कि यहां से भयानक आवाजें आती हैं और लोग जब करीब से गुजरते हैं तो उन्हें डर का एहसास भी होता है.
पुराने इनुनाकी ब्रिज के पास स्थित इस फोन बूथ के बारे में कहा जाता है कि अगर आप ठीक 2 बजे बूथ के पास खड़े होते हैं, तो फोन बज उठेगा. जब आप फोन उठाएंगे, तो एक आवाज आपको गांव के पास आने के लिए कहेगी. फिर जिन लोगों ने पुल से कूदकर अपनी जान गंवाई थी या जो लोग जिंदा डूब गए थे वो आते हैं इसे अपने पास खींचते हैं जिससे आप बाहर न निकल सकें और फिर यह पानी से भर जाता है."
इनुनाकी गांव को लेकर कई कहानियां हैं जिनमें सबसे जरूरी वहां के रहने वाले लोग हैं. कुछ ऑनलाइन अकाउंट्स के अनुसार, इनुनाकी गांव के निवासी पूरी तरह से अलग नियमों के तहत काम करते हैं, जो जापानी संविधान या कानून का पालन नहीं करते हैं. कुछ लोग दावा करते हैं कि एक बार गांव के एंट्री गेट पर एक साइन लटका हुआ था जिसमें लिखा था, "जापानी संविधान यहां लागू नहीं है."
कहा जाता है कि यहां के लोग अपनी जमीन को लेकर काफी भावुक हैं और काफी सुरक्षा में रहना पसंद करते हैं. उनके पास दरांती और कुल्हाड़ी जैसे हथियार भी हैं. उन्हें आक्रामक बताया जाता है और वे अपने नियमों का पालन करते हैं, घुसपैठियों पर कोई दया नहीं दिखाते. कुछ लोग तो यह भी दावा करते हैं कि ग्रामीण नरभक्षण करते हैं, जो उनके बहुत करीब आते हैं, उन्हें खा जाते हैं. हालांकि, इन सभी कहानियों को लेकर अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है.
इनुनाकी गांव की भयानक किंवदंतियां और दुखद अतीत कई लोगों को आकर्षित कर सकता है लेकिन उन्हें सम्मान के साथ देखना जरूरी है. लोग इस तरह की रहस्यमयी जगहों को ढूंढने के लिए जा सकते हैं लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि हर मिथक के पीछे एक इतिहास छिपा होता है जिसे स्वीकार किया जाना चाहिए. जो लोग यहां जाने की हिम्मत करते हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि जिज्ञासा को हमेशा अतीत के प्रति सम्मान के साथ बैलेंस किया जाना जरूरी है.