महीनों की खुफिया जानकारी, चंद मिनटों में काम तमाम; कैसे इजराइल ने हिजबुल्लाह चीफ का किया 'खेल खत्म'?
Nasrallah Killing Inside Story: इजरायली नेताओं को हसन नसरल्लाह के ठिकाने के बारे में महीनों से पता था. सीमित अवसर के कारण इजराइली सेना ने पिछले सप्ताह हमला करने का फैसला किया. हमले में 80 से अधिक बम गिराए गए, जिसमें नसरल्लाह और हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर अली कराकी की मौत हो गई. दावा किया जा रहा है कि अमेरिकी नेताओं के साथ युद्ध विराम पर चर्चा के बीच ऑपरेशन की योजना बनाई गई थी.
Nasrallah Killing Inside Story: इजराइल के तीन सीनियर रक्षा अधिकारियों के मुताबिक, इजरायली नेताओं को हसन नसरल्लाह के स्थान के बारे में महीनों से पता था और उन्होंने पिछले सप्ताह उस पर हमला करने का फैसला किया क्योंकि उन्हें लगा कि उसके किसी दूसरे स्थान पर चले जाने से पहले उनके पास सीमित अवसर था.
मामले की संवेदनशीलता के कारण नाम न बताने की शर्त पर बात करने वाले अधिकारियों ने कहा कि उसे मारने के लिए कई मिनटों के अंतराल में 80 से अधिक बम गिराए गए, हालांकि उन्होंने बमों के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.
अधिकारियों का दावा- लेबनान के अंदर से ही मिली खुफिया जानकारी
अधिकारियों ने लेबनान के अंदर से मिली खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि शनिवार की सुबह हिजबुल्लाह के गुर्गों ने नसरल्लाह और हिजबुल्लाह के शीर्ष सैन्य कमांडर अली कराकी के शवों की खोज की और उनकी पहचान की. हिजबुल्लाह ने शनिवार को इजरायली हमलों में नसरल्लाह की मौत की पुष्टि की.
दो अधिकारियों ने खुलासा किया कि इस ऑपरेशन की योजना सप्ताह की शुरुआत में ही बना ली गई थी, जब इजरायली राजनीतिक नेता अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ लेबनान में युद्ध विराम की संभावना पर चर्चा कर रहे थे और इससे पहले कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू संयुक्त राष्ट्र में भाषण देने के लिए इजरायल से रवाना होते.
तीनों अधिकारियों ने बताया कि नसरल्लाह के चचेरे भाई और आंदोलन के राजनीतिक और सामाजिक कार्यों में एक प्रमुख व्यक्ति हाशेम सफीद्दीन, स्ट्राइक वाली जगह पर मौजूद नहीं रहने वाले कुछ सीनियर हिजबुल्लाह नेताओं में से एक थे. उन्होंने सुझाव दिया कि नसरल्लाह के संभावित उत्तराधिकारी माने जाने वाले सफीद्दीन को जल्द ही हिजबुल्लाह के नए महासचिव के रूप में घोषित किया जा सकता है.
हिजबुल्लाह के नेता की हत्या के बाद ईरान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई
ईरान के संयुक्त राष्ट्र राजदूत अमीर सईद इरावानी की ओर से 15 सदस्यीय निकाय को भेजे गए पत्र के अनुसार, ईरान ने लेबनान और व्यापक क्षेत्र में इजरायल की हालिया कार्रवाइयों को संबोधित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तत्काल बैठक का अनुरोध किया है. यह अनुरोध इजरायल द्वारा हिजबुल्लाह नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह की हत्या के मद्देनजर किया गया है.
पत्र में, इरावानी ने अपने राजनयिक परिसरों और प्रतिनिधियों पर किसी भी हमले के खिलाफ ईरान की कड़ी चेतावनी पर जोर देते हुए कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान अपने राजनयिक परिसरों और प्रतिनिधियों पर राजनयिक और वाणिज्य दूतावास परिसरों की अखंडता के मूलभूत सिद्धांत का उल्लंघन करने वाले किसी भी हमले के खिलाफ कड़ी चेतावनी देता है और दोहराता है कि वह इस तरह के किसी भी आक्रमण को दोबारा बर्दाश्त नहीं करेगा.
इसके अलावा, ईरानी राजदूत ने जोर देकर कहा कि ईरान अपने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के लिए तैयार है, जैसा कि अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत अनुमति है. इरावानी ने पत्र में कहा कि ईरान अपने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए हर उपाय करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत अपने निहित अधिकारों का प्रयोग करने में संकोच नहीं करेगा.
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