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India Daily

Indus Waters Treaty: भारत के जल प्रहार से पाकिस्तान में पड़ गया सूखा, सैटेलाइट इमेज में सूखी नजर आई चिनाब नदी

Indus Water Treaty: भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों (जिनमें ज्यादातर पर्यटक शामिल थे) की हत्या के बाद दशकों पुरानी सिंधु जल संधि को निलंबित करने का निर्णय लिया गया. इस फैसले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है.

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Edited By: Ritu Sharma
Indus Water Treaty
Courtesy: Social Media

Indus Water Treaty: भारत द्वारा सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित किए जाने के बाद इसका सीधा असर अब पाकिस्तान में देखने को मिल रहा है. हाल ही में जारी उपग्रह चित्रों से साफ हुआ है कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सियालकोट इलाके में बहने वाली चिनाब नदी का जलस्तर तेजी से घट गया है. यह वही नदी है जो पश्चिमी नदियों में शामिल है, जिनमें सिंधु और झेलम भी आती हैं.

बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कदम उठाया. इन्हीं में से एक बड़ा कदम था 1960 में विश्व बैंक की मध्यस्थता से हुई सिंधु जल संधि को 'स्थगित' करना.

26 से 29 अप्रैल के सैटेलाइट चित्रों में बड़ा अंतर

वहीं भारत की जल संसाधन सचिव देबाश्री मुखर्जी द्वारा पाकिस्तान को लिखे गए पत्र के बाद 26 से 29 अप्रैल के बीच के सैटेलाइट चित्रों की तुलना में चिनाब नदी के जल प्रवाह में भारी गिरावट देखी गई है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत द्वारा जल आपूर्ति रोकने का असर कितना तीव्र है.

'संधि के उल्लंघन का जिम्मेदार पाकिस्तान' - भारत

बताते चले कि भारत ने अपने पत्र में स्पष्ट किया, ''किसी भी संधि को निभाने के लिए ईमानदारी आवश्यक है, लेकिन पाकिस्तान लगातार जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाकर भारत के अधिकारों में हस्तक्षेप कर रहा है.'' पत्र में आगे कहा गया, ''पाकिस्तान ने अनुच्छेद XII(3) के तहत संशोधन वार्ता के प्रस्ताव को भी ठुकरा दिया है, जो संधि का सीधा उल्लंघन है.''

पाकिस्तान का तीखा विरोध, दी 'युद्ध' की धमकी

लेकिन, भारत के निर्णय पर पाकिस्तान ने कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे युद्ध की कार्रवाई करार दिया है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय का कहना है, ''सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान के हिस्से का जल रोका गया तो इसे युद्ध की स्थिति माना जाएगा.''

भारत की ओर से एक के बाद एक सख्त कदम

इसके अलावा, भारत ने सिंधु जल संधि निलंबन के साथ-साथ पाकिस्तान के सैन्य अताशे को निष्कासित करने और अटारी बार्डर को भी अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा की है. ये सभी कदम आतंक के खिलाफ कड़े संदेश माने जा रहे हैं.