'हमने भारत को गुलाम बनाया..' UK में भारतीय मूल की महिला के साथ बदतमीजी

ब्रिटेन में एक ट्रेन में एक भारतीय महिला के साथ नस्लीय भेदभाव का एक गंभीर मामला सामने आया है. एक नशे में धुत व्यक्ति ने औपनिवेशिक इतिहास का उल्लेख करते हुए अपमानजनक बातें कीं. महिला ने इस घटना का वीडियो बनाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.

Indian Woman IN UK

Indian Woman: ब्रिटेन में एक भारतीय मूल की महिला को एक व्यक्ति द्वारा नस्लीय टिप्पणी और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें महिला खुद को भारतीय मूल की बताती हुई नजर आ रही है. वीडियो में देखा जा सकता है कि एक नशे में धुत शख्स महिला पर चिल्ला रहा है और उसे अपमानजनक शब्दों से पुकार रहा है. महिला ने इस घटना के बाद पुलिस में शिकायत करने की बात कही है.

नस्लीय टिप्पणी - ''हमने भारत को जीता था''

आपको बता दें कि वीडियो में स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि आरोपी महिला को यह कहते हुए गालियां दे रहा है, ''हमने भारत में राज किया था. भारत हमारा था, लेकिन हमने भारतीयों को उनका देश वापस कर दिया.'' यह टिप्पणी न सिर्फ महिला के लिए अपमानजनक थी, बल्कि पूरी भारतीय समुदाय के खिलाफ भी नस्लीय घृणा की भावना को दर्शाती है.

महिला ने किया विरोध, सोशल मीडिया पर बढ़ी प्रतिक्रिया

वहीं महिला ने घटना के बाद बताया कि वीडियो के वायरल होने के बाद उसे सोशल मीडिया पर और भी नस्लवादी गालियों का सामना करना पड़ा. इससे परेशान होकर, उसने वीडियो को डिलीट करने का निर्णय लिया. महिला ने आगे कहा, ''मैं अब इससे थक चुकी हूँ और इस तरह के अपमान को सहन नहीं कर सकती.'' वीडियो में दिखाई दे रहे युवक की पहचान हो गई है और अब महिला ने पुलिस से इस मामले की शिकायत करने का फैसला किया है.

सोशल मीडिया पर गुस्सा: लोग आरोपी को सजा देने की मांग कर रहे हैं

बताते चले कि इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं आई हैं. एक यूजर ने लिखा, ''इस व्यक्ति के नियोक्ता को पता लगाना चाहिए और उसे नौकरी से निकालना चाहिए.'' एक अन्य ने कहा, ''ऐसे व्यक्ति को उसके बकवास करने से कोई क्यों नहीं रोक रहा है?'' जबकि कई लोगों ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. एक यूजर ने लिखा, ''यह अपमानजनक व्यवहार किसी पढ़े-लिखे व्यक्ति के लिए स्वीकार्य नहीं है. उसे सजा मिलनी चाहिए.''

नस्लवाद के खिलाफ मुहिम - कार्रवाई की जरूरत

हालांकि, यह घटना नस्लवाद के खिलाफ चल रही जागरूकता मुहिम को और भी जरूरी बना देती है. यह घटना यह बताती है कि समाज में नस्लीय घृणा अब भी गहरे पैठी हुई है और इसे समाप्त करने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है.