न्यू जर्सी में अपने दादा-दादी और अंकल की कथित रूप से हत्या करने के आरोप में एक 23 वर्षीय भारतीय छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया है.
ओम ब्रह्मभट्ट पर दिलीपकुमार ब्रह्मभट्ट (72), बिंदु ब्रह्मभट्ट (72) और यशकुमार ब्रह्मभट्ट (38) की गोली मारकर हत्या करने का आरोप है. साउथ प्लेनफील्ड पुलिस विभाग और मिडलसेक्स काउंटी प्रॉसीक्यूटर के कार्यालय ने एक बयान में इन चीजों की जानकारी देते हुए ये बताया है.
पड़ोसी द्वारा कॉम्प्लेक्स में गोलियां चलने की सूचना मिलने के बाद सोमवार सुबह लगभग 9 बजे अधिकारियों के पहुंचने पर उन्हें तीन लोग मिले - दो पुरुष और एक महिला - जिन्हें गोली लगी थी.
पुलिस ने कहा कि दिलीपकुमार और बिंदु ब्रह्मभट्ट को दूसरी मंजिल के अपार्टमेंट में गोली लगने से मृत पाया गया. उनके बेटे, यशकुमार ब्रह्मभट्ट को भी कई गोलियां लगी थीं. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई.
एक संदिग्ध को पूछताछ के लिए घटनास्थल पर हिरासत में लिया गया और बाद में उस पर आरोप लगाया गया. ओम पर हत्या और हथियार रखने का आरोप लगाया गया. गुजरात के रहने वाले ओम के साथ पीड़ित लोग भी रहते थे. अधिकारियों के घटनास्थल पर पहुंचने पर ओम को उसके निवास स्थान पर पाया गया.
सूत्रों ने बताया कि ओम कुछ ही महीनों में न्यू जर्सी चला गया था और एनबीसी न्यूयॉर्क के अनुसार वह कॉन्डो में रह रहा था.
उसे प्री-ट्रायल डिटेंशन सुनवाई के लिए मिडलसेक्स काउंटी एडल्ट करेक्शनल सेंटर ले जाया गया. शिकायत के मुताबिक, अपराध एक हैंडगन से किया गया था जिसे ओम ने ऑनलाइन खरीदा था. ओम ने मंगलवार की अदालती पेशी के दौरान शांत रहने का नाटक किया.
पुलिस का कहना है कि उसने ही उस सुबह 911 पर कॉल किया था और जब उससे पूछा गया कि किसने किया, तो अधिकारियों का कहना है कि ओम ने कहा, "यह मैं ही हो सकता हूं".
यह स्पष्ट नहीं था कि गोलीबारी के पीछे क्या कारण था. एक पड़ोसी ने एनबीसी न्यूयॉर्क को बताया कि यह पहली बार नहीं था जब पुलिस को कॉन्डो में बुलाया गया था. एक बार घरेलू हिंसा के लिए पुलिस को बुलाया गया था.
ट्रैडिशंस अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स में भारत से आए कई युवा परिवार रहते हैं. ये दर्जनों सुरक्षा कैमरों से लैस है. इस मामले से फिलहाल वहां के पड़ोसियों में भय का माहौल है.
साउथ प्लेनफील्ड पुलिस विभाग के नेतृत्व में जांच जारी है. गोलीबारी के संबंध में जानकारी रखने वाले किसी भी व्यक्ति को टाउन पुलिस या मिडलसेक्स काउंटी अभियोजक के कार्यालय को कॉल करने के लिए कहा जाता है. फिलहाल यही पता चला है कि इस गोलीबारी में जनता के लिए कोई खतरा नहीं था और यह हिंसा के मकसद से किया गया कार्य नहीं था.