UP से केरल तक... भारतीय मूल के इन सांसदों को यूके चुनाव में मिली जीत, देखें लिस्ट
ब्रिटेन में इस बार कुल 28 भारतवंशी नेताओं को जीत मिली है. वहीं 28 में से 6 महिलाएं सहित समुदाय के 12 सदस्य हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए चुने गए हैं. ये सभी सिख सांसद लेबर पार्टी के हैं. इनमें से नौ पहली बार चुने गए हैं, दो लगातार तीसरी बार सांसद चुन कर आए हैं.
ब्रिटेन के आम चुनाव में लगभग 28 भारतीय मूल के सांसदों को हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए चुना गया है. इस चुनाव में सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी 14 साल बाद लेबर पार्टी से चुनाव हार गई है. इसके कुछ घंटे बाद भारतवंशी ऋषि सुनक ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. वहीं लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर देश के 58वें प्रधानमंत्री बने.
इस चुनाव में लेबर पार्टी को 650 में से 412 सीटें मिलीं है. वहीं कंजर्वेटिव 121 सीटों पर सिमट कर रह गई. हालांकि ऋषि सुनक ने यॉर्कशायर में अपने रिचमंड और नॉर्थलेर्टन निर्वाचन क्षेत्र में जीत हासिल की है. वहीं इस चुनाव में अपनी सीटों पर बने रहने वाले अन्य प्रमुख ब्रिटिश भारतीय टोरीज में पूर्व सचिल सुएला ब्रेवरमैन और प्रीति पटेल शामिल हैं. गोवा मूल की कैबिनेट सहयोगी क्लेयर कॉउटिन्हो ने भी इस चुनाव में जीत हासिल की है.
ब्रिटेन के आम चुनाव में भारतीय मूल का दबदबा
बता दें कि ब्रिटेन में इस बार कुल 28 भारतवंशी नेताओं को जीत मिली है. इससे पहले साल 2019 में 15 और 2017 में 10 भारतवंशी नेताओं को जीत मिली थी. इस बार के चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी के इंडियन नेताओं ने भी शानदार जीत दर्ज की है. वहीं 28 में से 6 महिलाएं सहित समुदाय के 12 सदस्य हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए चुने गए हैं. ये सभी सिख सांसद लेबर पार्टी के हैं. इनमें से नौ पहली बार चुने गए हैं, दो लगातार तीसरी बार सांसद चुन कर आए हैं.
लेबर पार्टी में हैं इतने भारतवंशी
ब्रिटिश सिख सांसद प्रीत कौर गिल, जिन्होंने टोरी के पहली बार के उम्मीदवार अश्विर संघा को हराया और तनमनजीत सिंह धेसी ने बर्मिंघम एजबेस्टन और स्लॉ में लेबर के लिए अपनी सीटें जीतीं. सतवीर कौर, हरप्रीत उप्पल, वारिंदर जूस, गुरविंदर जोसन, कनिष्क नारायण, नवेंदु मिश्रा और नादिया व्हिटोम अन्य ये सभी भारतीय मूल के लोग लेबर पार्टी सांसद थे. जिन्हें भारी बहुमत के साथ फिर से चुना गया है.
ऋषि सुनक को अपने क्षेत्र में मिली जीत
निवर्तमान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने यॉर्कशायर में अपने रिचमंड और नॉर्थलेर्टन निर्वाचन क्षेत्र में निर्णायक जीत के साथ ब्रिटिश भारतीयों के टोरी प्रभार को अपनी सीटों पर बरकरार रखा है. अपनी सीटों पर बने रहने वाले अन्य प्रमुख ब्रिटिश भारतीय टोरीज में पूर्व गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन और प्रीत पटेल और सुनक की गोवा मूल की कैबिनटे सहयोगी क्लेयर कॉउटिन्हो शामिल हैं. वहीं गगन मोहिंद्रा ने कंजर्वेटिव के लिए दक्षिण पश्चिम हर्टफोर्डशायर सीट पर कब्जा बरकरार रखा, जबकि शिवानी राजा ने लीसेस्टर ईस्ट के निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी के लिए बढ़त दर्ज की, जहां वह भारतीय मूल के लेबर उम्मीदवार राजेश अग्रवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रही थीं.
ब्रिटेन अब कनाडा के बाद दूसरे स्थान पर
कुल मिलाकर देखा जाए तो लेबर पार्टी में सबसे ज्यादा भारतीय प्रवासी उम्मीदवार विजयी हुए, जिनमें सीमा मल्होत्रा जैसी पार्टी की दिग्गज नेता शामिल हैं. वहीं 12 सिख सांसदों के साथ ब्रिटेन अब कनाडा के बाद दूसरे स्थान पर है. जहां बड़ी संख्या में पंजाबी प्रवासी रहते हैं जिसमें 18 सिख सांसद हैं.
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