पेनसिल्वेनिया के भारतीय मूल के डॉक्टर नील के. आनंद को 2.3 मिलियन डॉलर (19 करोड़) के स्वास्थ्य सेवा घोटाले में दोषी ठहराया गया है. 48 वर्षीय आनंद ने मरीजों को अनावश्यक "गुडी बैग्स" स्वीकार करने के लिए मजबूर किया, ताकि उन्हें नशीली दवाओं के नुस्खे मिल सकें. इस घोटाले में उन्होंने 20,000 से अधिक ऑक्सीकोडोन टैबलेट, एक अत्यधिक नशे की लत वाली ओपिओइड दर्द निवारक दवा वितरित की. आनंद अब 130 साल तक की जेल की सजा का सामना कर रहे हैं.
गुडी बैग्स घोटाला और नशीली दवाओं का वितरण
आनंद ने अपनी निजी फार्मेसी में मरीजों को गुडी बैग्स देने की शर्त पर नियंत्रित दवाओं के नुस्खे दिए. इन बैग्स की लागत 2.3 मिलियन डॉलर से अधिक थी, जिसे मेडिकेयर, यूएस ऑफिस ऑफ पर्सनल मैनेजमेंट (ओपीएम), इंडिपेंडेंस ब्लू क्रॉस (आईबीसी) और एंथम ने वहन किया. अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार, आनंद ने बिना चिकित्सकीय आवश्यकता के ऑक्सीकोडोन वितरित किया. उन्होंने खाली नुस्खों पर हस्ताक्षर किए और बिना लाइसेंस वाले मेडिकल इंटर्न से अनियंत्रित दवाओं के नुस्खे लिखवाए.
स्वास्थ्य सेवा धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग
आनंद ने मेडिकेयर और अन्य बीमा कंपनियों को झूठे दस्तावेज जमा किए. जांच शुरू होने के बाद, उन्होंने अपने पिता के नाम पर एक खाते में 1.2 मिलियन डॉलर स्थानांतरित कर धोखाधड़ी को छिपाने की कोशिश की, जिसे उनकी नाबालिग बेटी के लाभ के लिए घोषित किया गया. 15 अप्रैल को एक संघीय जूरी ने आनंद को स्वास्थ्य सेवा धोखाधड़ी, वायर फ्रॉड, मनी लॉन्ड्रिंग और नियंत्रित पदार्थों के वितरण की साजिश में दोषी पाया.
सजा और व्यापक प्रभाव
आनंद को 19 अगस्त से सजा शुरू होगी, जिसमें अधिकतम 130 साल की जेल हो सकती है. अमेरिकी सजा दिशानिर्देशों के आधार पर एक संघीय जज अंतिम सजा तय करेगा. अमेरिकी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) के अनुसार, 2022 में अमेरिका में ड्रग ओवरडोज से एक लाख से अधिक मौतें हुईं, जिनमें 80,000 से अधिक ओपिओइड नशे से संबंधित थीं. अमेरिकी न्याय विभाग ने बताया कि 2007 में शुरू हुए हेल्थ केयर फ्रॉड स्ट्राइक प्रोग्राम के तहत 5800 आरोपियों पर 30 बिलियन डॉलर की धोखाधड़ी का आरोप लगा है.
आनंद का बयान
आनंद ने कहा, "मैंने ऐसा कुछ नहीं किया जो गलत हो." हालांकि, सबूतों ने उनके दावों को खारिज कर दिया.