सोमालियाई डाकुओं को मिलेगी कड़ी सजा! भारत ला रही नौसेना
Indian Navy News: भारतीय नेवी सोमालियाई समुद्री लुटेरों को सजा दिलाने के लिए भारत ला रही है. इन लुटेरों ने नेवी के ऑपरेशन को नुकसान पहुंचाने के लिए युद्धपोत आईएनएस कोलकाता पर फायरिंग कर दी थी.
Indian Navy News: भारतीय नेवी ने हाईजैक किए गए व्यापारिक जहाज MV Ruen को डाकुओं से आजाद कराने के बाद उन्हें सजा दिलाने का फैसला किया है. सोमालियाई डाकुओं ने रेस्क्यू के दौरान भारतीय नेवी पर हमला कर दिया था. नेवी पर हमले के आरोप में पकड़े गए 35 डाकुओं पर भारतीय दंड विधान के तहत मुकदमा चलाया जाएगा. इस तरह के मामलों से निपटने के लिए पिछले साल बनाए गए समुद्री डकैती अधिनियम का भी सहारा लिया जाएगा.
रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर माह में समुद्री डाकुओं ने इस जहाज को हाईजैक कर लिया था. इस पर क्रू मेंबर सहित कुल 17 लोग सवार थे. तब से समुद्री डाकू इस जहाज का इस्तेमाल अन्य व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाने के लिए कर रहे थे. जहाज की हाईजैकिंग की जानकारी मिलने के बाद भारतीय नौसेना इसकी लंबे समय से रेकी कर रही थी. शनिवार को भारतीय नौसेना ने जहाज को डाकुओं से मुक्त कराने के लिए एक ऑपरेशन शुरू किया और जहाज को बंधकों से मुक्त करा लिया. हालांकि इस ऑपरेशन के दौरान डाकुओं ने भारतीय नेवी के युद्धपोत आईएनएस कोलकाता से उड़ाए जा रहे स्पॉटर ड्रोन पर हमला करके उसे नष्ट कर दिया था.
भारतीय नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए 35 समुद्री डाकुओं पर भारतीय दंड विधान के तहत मुकदमा चलाया जाएगा. समुद्र में डकैती जैसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए बीते साल समुद्री डकैती अधिनियम का निर्माण किया गया था जिससे मुक्त और व्यावहारिक समुद्री आवाजाही का मार्ग प्रशस्त हो सके. इसके अलावा समुद्री डकैती जैसी घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सके. अधिकारी ने बताया कि सामान्य तौर पर किसी व्यापारिक जहाज को समुद्री लुटेरों से मुक्त कराने के बाद उन्हें निहत्था करके उनकी वोट में बिठाकर छोड़ दिया जाता था ताकि वे अन्य जहाजों को निशाना न बना सकें. हालांकि ताजा घटना में समुद्री लुटेरों ने भारतीय युद्धपोत पर गोलियां चला दीं. यदि इन्हें छोड़ दिया जाता तो यह आशंका थी कि यह दूसरा समूह बनाकर समुद्र में लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देते.
गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर आईएनएस कोलकाता ने हाईजैक किए गए समुद्री जहाज MV Ruen को शुक्रवार को ही इंटरसेप्ट कर लिया था. जहाज उस दौरान पूर्वी सोमालिया से लगभग 260 मील की दूरी पर था. डाकुओं ने 14 दिसंबर को इस जहाज का अपहरण कर लिया था. 40 घंटे तक चले इस ऑपरेशन में भारतीय नौसैनिकों ने 17 लोगों की जान बचाने में सफलता पाई. इस ऑपरेशन को भारतीय समुद्री तट से लगभग 2600 किमी दूर अंजाम दिया गया.