Pakistan: पाकिस्तान के आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की का दिल का दौरा पड़ने से अचानक मौत हो गई. मक्की लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का बहनोई था और मुंबई हमलों के प्रमुख गुनहगारों में से एक था. उसकी मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई. मक्की का संबंध लश्कर-ए-तैयबा और उसकी राजनीतिक शाखा जमात-उद-दावा से था. वह पाकिस्तान में आतंकवाद के प्रमुख समर्थकों में से एक था.
भारत सहित कई देशों ने मक्की को आतंकवादी घोषित किया था और वह भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की सूची में शामिल था. मक्की पर आरोप थे कि उसने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों और आतंकवादी समूहों की मदद की थी. इस आतंकी ने मुंबई हमलों की साजिश रचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
"Hafiz Abdul Rehman Makki passes away due to heart attack," reports Pakistan's Samaa TV.
— ANI (@ANI) December 27, 2024
Hafiz Abdul Rehman Makki was a wanted LeT terrorist who is also the brother-in-law of LeT leader Hafiz Saeed. pic.twitter.com/eK8eBN4y7w
अमेरिका ने इनाम किया था घोषित
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने 2023 में मक्की को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया था. इसके अलावा, अमेरिका ने भी उसे 'विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी' (SDGT) करार देते हुए उसकी गिरफ्तारी पर इनाम का ऐलान किया था. पाकिस्तान में मक्की को 2022 में आतंकवादी वित्तपोषण के मामलों में दोषी पाया गया था और उसे जेल भेजा गया था.
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— ocean jain (@ocjain4) December 27, 2024
मुंबई के 26/11 हमले का गुनाहगार अब्दुल रहमान मक्की की पाकिस्तान के लाहौर में मौत हो गई है
अल्लाह इसे 72 हूरो से नवाजे😭 pic.twitter.com/OkMStCXtzi
पाकिस्तान से नहीं हैं उम्मीदें
हालांकि, पाकिस्तान सरकार और न्यायपालिका पर यह आरोप लगते रहे हैं कि वे अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने में असफल रहे हैं. मक्की की मौत के बाद, उसकी आतंकवादी गतिविधियों और भारत के खिलाफ उसकी साजिशों को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिक्रिया हो सकती है. हालांकि, पाकिस्तान की ओर से इस मुद्दे पर अधिक कार्रवाई की उम्मीद नहीं जताई जा रही है.