India and Philippines: भारत और फिलीपींस ने अपनी दोस्ती को मजबूत करने के लिए रक्षा क्षेत्र में एक बड़ा समझौता किया है. फिलीपींस ने अपने डिफेंस को बेहतर बनाने के लिए भारत से ब्रह्मोस मिसाइल ली थी. इससे चीन को डर लगा है. क्योंकि चीन के संबंध ना तो भारत से बहुत खास हैं और ना ही फिलीपींस से.
इसलिए जब भारत ने फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल देने का ऐलान किया तो चीन को दिक्कत होनी ही थी. इसलिए उसने नाराजगी भी जाहिर खी लेकिन भारत ने अपना फैसला नहीं बदला और फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल दे दी.
ब्रह्मोस मिसाइल के बाद भारत और फिलीपींस के बीच और एक बड़ा सौदा होने वाला है. भारत फिलीपींस के मनीला हवाई अड्डे के प्रमुख पुनर्विकास परियोजना कॉन्ट्रैक्ट को हासिल करने के काफी करीब है. फिलीपींस का निनॉय एक्विनो हवाई अड्डा फिलहाल बहुत खराब हाल में है और उसकी परफॉरमेंस दुनिया में बदतर हैं. हालांकि यह हवाई अड्डा इंटरनेशनल स्तर पर बहुत अहम स्थान रखता है.
फिलीपींस की सरकार इस हवाई अड्डे को अपग्रेड करना चाहती है. इसके लिए वह एक कॉन्ट्रैक्ट निकालने वाली है. इस कॉन्ट्रैक्ट को हासिल करने के लिए कुल 4 कंपनियों में भारत की जीएमआर ग्रुप सबसे आगे है. शायद यह ठेका जीएमआर ग्रुप को मिल जाए.
जीएमआर ग्रुप की कंपनी सरकारी-निजी साझेदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत संभावित तौर पर काम करेगी. खबरों के अनुसार, GMR ग्रुप ने फिलीपींस सरकार के साथ सालाना आय का 33.3 प्रतिशत तक साझा करने का प्रस्ताव रखा है.
इसके अलावा एक अन्य कंपनी ने सरकार को 25.91 प्रतिशत राजस्व आवंटित करने का प्रस्ताव रखा है. इनसे आगे, फिलीपींस बहुराष्ट्रीय कंपनी सैन मिगुएल होल्डिंग्स कॉर्प के नेतृत्व वाला एक समूह सबसे अधिक राशि देने वाला है. उन्होंने सरकार के साथ 82.16% तक राजस्व साझा करने की पेशकश की है. फिलहाल सरकार के साथ चर्चा अंतिम रूप नहीं दी गई है.