'आखिर दोस्त ही तो है' मालदीव की मदद के लिए आगे आया भारत, खोल दिया खजाना
India Maldives Row: संबंधों में तल्खी के बाद भी भारत ने अपने पड़ोसी द्वीपीय देश मालदीव को बजटीय सहायता प्रदान की है. मालदीव के विदेश मंत्री ने इस राहत के लिए भारत का आभार जताया है.
India Maldives Row: मालदीव की मदद के लिए भारत फिर से आगे आया है. भारत सरकार ने उसे 50 मिलियन डॉलर की बजटीय सहायता की है. मालदीव को भारत ने यह मदद तब दी है जब IMF ने उसे चीन के उधार को लेकर हिदायत दी है. खास बात यह है कि मालदीव के तल्ख रुख के बाद भी नई दिल्ली ने उसे आर्थिक सहायता देना जारी रखा है. मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मुलाकात की.उन्होंने भारत द्वारा 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर की आर्थिक मदद के लिए धन्यवाद दिया है.
मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने एक्स पर लिखा कि यह मदद सद्भावना का संकेत है. यह मदद दोनों देशों के बीच चली आ रही दोस्ती का प्रतीक है. मालदीव के विदेश मंत्रालय ने भारत द्वारा दी गई बजटीय सहायता पर आभार जताया है.
भारत की मदद से द्वीपीय राष्ट्र में कई आधारभूत सरंचनाओं का विकास हो रहा है. भारत और मालदीव के बीच इस साल संबंधों में तल्खी के बाद इन परियोजनाओं के निर्माण में रुकावट आ रही थी. मालदीव ने अपनी गलती का एहसास करते हुए भारत के प्रति अपने बदले रुख को जाहिर किया और भारत से मदद भी मांगी. मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को चीन समर्थित नेता माना जाता है.
मालदीव में तैनात सभी भारतीय सैनिकों की वापसी हो गई है. इन सैनिकों को तकनीकी कर्मियों से रिप्लेस किया गया है. मुइज्जू ने मालदीव के राष्ट्रपति चुनाव में इंडिया आउट कैंपेन चलाया था.उन्होंने जोर देते हुए कहा था कि वे मालदीव में किसी विदेशी शक्ति को स्वीकार नहीं करेंगे. हालांकि भारत ने अपने सभी सैनिकों को माले से वापस बुला लिया है.