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India Daily

अमेरिका को कमजोर समझता है भारत, नहीं करता भरोसा; निक्की हेली का बड़ा बयान

अमेरिकी राष्ट्रपति पद की रिपब्लिकन उम्मीदवार निक्की हेली ने कहा कि भारत संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) के साथ साझेदारी करना चाहता है लेकिन फिलहाल उसे अमेरिकी नेतृत्व पर भरोसा नहीं है.

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Edited By: Avinash Kumar Singh
Nikki Haley

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति पद की रिपब्लिकन उम्मीदवार निक्की हेली ने बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि भारत अमेरिका के साथ भागीदार बनना चाहता है, लेकिन अभी तक उन्हें नेतृत्व करने के लिए अमेरिकियों पर भरोसा नहीं है. नई दिल्ली ने मौजूदा वैश्विक स्थिति में समझदारी से काम लिया है और रूस के साथ करीबी बनाए रखी है. फिलहाल भारत अमेरिका को कमजोर मानता है. 

निक्की हेली ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि मैंने भारत के साथ भी डील की है. मैंने पीएम मोदी से बात की है. भारत हमारे साथ भागीदार बनना चाहता है. वे रूस के साथ भागीदार नहीं बनना चाहते. समस्या यह है कि भारत को जीत के लिए हम पर भरोसा नहीं है. उन्हें नेतृत्व करने के लिए हम पर भरोसा नहीं है. वे अभी देख रहे हैं कि हम कमजोर हैं. भारत ने हमेशा इसे समझदारी से खेला है. उन्होंने इसे चतुराई से खेला है, और वे रूस के साथ करीब रहे हैं क्योंकि यहीं से उन्हें अपने बहुत सारे सैन्य उपकरण मिलते हैं. 

निक्की हेली का भारत को लेकर बड़ा बयान 

निक्की हेली ने आगे कहा कि जब हम नेतृत्व करना शुरू करते हैं जब हम कमजोरी को दूर करना शुरू करते हैं और अपना सिर रेत में डालना बंद कर देते हैं. हमारे सहयोगी देश जैसे भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इस्राइल, जापान और दक्षिण कोरिया भी ऐसा करेंगे. जापान ने चीन पर कम निर्भर होने के लिए खुद को अरबों डॉलर का प्रोत्साहन दिया. भारत ने चीन पर कम निर्भर होने के लिए खुद को एक अरब डॉलर का प्रोत्साहन दिया. अमेरिका को अपने गठबंधन बनाने की शुरुआत करने की जरूरत है.

'अमेरिका के साथ युद्ध की तैयारी'

अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार निक्की हेली ने कहा कि चीन आर्थिक रूप से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है और अमेरिका के साथ युद्ध की तैयारी कर रहा है. आप देखिए कि उनकी सरकार अधिक नियंत्रणकारी हो गई है. वे वर्षों से हमारे साथ युद्ध की तैयारी कर रहे हैं. यह उनकी गलती है.