भारत ने दोस्त की मदद के लिए खोज लिया नया रास्ता, हाथ मलते रह गए दुश्मन!
India Air Corridor To Armenia: भारत ने अपने दोस्त आर्मेनिया की मदद के लिए एक हवाई गलियारे का निर्माण कर लिया है. इस गलियारे के तहत रणनीतिक सैन्य-सामान को राजधानी येरेवान तक आसानी से पहुंचाया जा सकेगा.
India Air Corridor To Armenia: भारत और पश्चिम एशिया में उसके खास दोस्त आर्मेनिया के बीच पिछले कुछ सालों में रक्षा सहयोग कई गुना बढ़ गया है. आर्मेनिया ने भारत से कई तरह के हथियारों की खरीददारी की है. हथियारों की खरीद में आकाश एयर डिफेंस सिस्टम, स्वदेशी पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर और एंटी ड्रोन सिस्टम भी शामिल हैं. अब भारत ने इन हथियारों की डिलीवरी करनी भी शुरु कर दी है. इन सबमें सबसे खास बात यह है तुर्किये, अजरबैजान की धमकियों को दरकिनार करते हुए भारत ने हथियारों को आर्मेनिया पहुंचाने के लिए नया रास्ता भी खोज लिया है.
रिपोर्ट के अनुसार, आर्मेनियाई रेडियो ने अपनी खबर में बताया है कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेट (HAL) और कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ( CONCOR) के ज्वाइंट वेंचर हैलकॉन HALCON ने आर्मेनिया तक हथियारों की सप्लाई के लिए एक नया हवाई गलियारा स्थापित किया है. इस गलियारे के माध्यम से नई दिल्ली आर्मेनिया को हथियारों की डिलीवरी करेगा.
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इस गलियारे का उद्घाटन किया जा चुका है. इस गलियारे की शुरुआत भारत के लॉजिस्टिक बुनियादी ढांचे और रणनीतिक निर्यात क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है. भारत का यह प्रयास वैश्विक बाजार में अवसरों को भुनाने के लिए भविष्य में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. आर्मेनिया जैसे रणनीतिक पहुंच वाले देशों में इस तरह के सहयोग से भारत को अच्छा फायदा मिल सकता है. जिस तेजी से वैश्विक हालात बदल रहे हैं उस लिहाज से एक भरोसेमंद और कुशल लॉजिस्टिक सप्लाई चेन की डिमांड बढ़ती जा रही है.
भारत की बढ़ेगी पहुंच
रणनीतिक एयर कार्गो में निर्यात-आयात को संभालने की दिशा में HALCON भारत का प्रमुख लॉजिस्टिक खिलाड़ी बनना चाहता है. आर्मेनिया, यूरोप, एशिया के बीच एक महत्वपूर्ण रणनीतिक जगह पर स्थित होने के कारण भारतीय निर्यात के लिए एक बड़ा बाजार बन सकता है. भारत भी आर्मेनिया की अर्थव्यवस्था और यूरोपीय बाजारों तक अपनी पहुंच को बढ़ाकर भारी मुनाफा कमा सकता है.