Bangladesh News: बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमलों का सिलसिला जारी है. अब एक और गंभीर घटना सामने आई है, जिसमें इस्कॉन सेंटर को निशाना बनाया गया. हमलावरों ने मंदिर में आग लगा दी, जिससे अंदर रखा सारा सामान जलकर राख हो गया. जानकारी के अनुसार, इस आग में लक्ष्मी नारायण के विग्रह भी जल गए और मंदिर का अधिकांश हिस्सा तबाह हो गया.
यह हमला बांग्लादेश में जारी हिंसा और अस्थिरता के माहौल का हिस्सा है, जहां हिंदू समुदाय लगातार कट्टरपंथी तत्वों के हमलों का शिकार बन रहा है. इस्कॉन सेंटर का यह हमला नमहट्टा क्षेत्र में हुआ, और इससे हिंदू मंदिरों पर हमलों की बढ़ती घटनाओं को लेकर नई चिंता का माहौल बन गया है.
Dear World, see what is happening in #Bangladesh.
— Hindu Voice (@HinduVoice_in) August 6, 2024
Hindu minorities are not safe there.
On the night of 05/08/24, Islamists set ablaze the #ISKCON temple in #Meherpur.
Everything inside the temple, including the Vigrahas, was turned into ashes.
The temple was also… pic.twitter.com/VLAfoZxwId
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बढ़ी
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ते हमलों और हिंसा की घटनाओं ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है. खासकर, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के नेतृत्व में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय को लगातार निशाना बनाया जा रहा है. इन हमलों के कारण भारत में विरोध बढ़ने लगा है. हाल ही में, बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है. कट्टरपंथियों के हमलों में वृद्धि के कारण बांग्लादेश में माहौल बिगड़ चुका है और इस पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन (UN Peace Mission) भेजने की मांग की है.
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बढ़ा तनाव
25 नवंबर को ढाका में गिरफ्तार हुए चिन्मय कृष्ण दास, जो कि सम्मिलिता सनातनी जागरण जोत से जुड़े थे. उनपर 'देशद्रोह' का आरोप लगाया गया था. यह गिरफ्तारी 31 अक्टूबर को एक स्थानीय राजनेता की शिकायत के बाद हुई, जिसमें आरोप था कि उन्होंने और उनके समर्थकों ने एक हिंदू रैली के दौरान बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया. इस गिरफ्तारी ने बांग्लादेश में धार्मिक तनाव को और बढ़ा दिया है और हिंसा की घटनाओं में और इजाफा हुआ है.