एक और मुस्लिम देश में शुरू हुई जंग, पूरे शहर पर आतंकियों का कब्जा, मदद के लिए पहुंची रूसी सेना

हयात तहरीर अल-शाम ने कई महत्वपूर्ण इलाकों पर कब्जा कर लिया है और सीरियाई सेना के साथ लगातार संघर्ष कर रहा है. इस हिंसा में न सिर्फ नागरिकों की जान जा रही है, बल्कि शहर की ऐतिहासिक इमारतों और धरोहरों को भी भारी नुकसान हो रहा है. अलेप्पो की स्थिति ने दुनिया को एक बार फिर सीरिया में चल रहे भयावह युद्ध की भयावहता का अहसास दिलाया है.

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Khushboo Chaudhary

सीरिया का अलेप्पो शहर, जो दुनिया के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक माना जाता था, अब इस्लामिक संगठन हयात तहरीर अल-शाम के हमलों से तबाह हो गया है. इस संगठन ने अलेप्पो में भारी हिंसा और कत्लेआम मचाया है, जिससे शहर की स्थिति बेहद खराब हो गई है. पहले अलेप्पो एक सांस्कृतिक और व्यापारिक केंद्र था, लेकिन अब यहां के नागरिकों को संघर्ष और मौत का सामना करना पड़ रहा है.

हयात तहरीर अल-शाम ने कई महत्वपूर्ण इलाकों पर कब्जा कर लिया है और सीरियाई सेना के साथ लगातार संघर्ष कर रहा है. इस हिंसा में न सिर्फ नागरिकों की जान जा रही है, बल्कि शहर की ऐतिहासिक इमारतों और धरोहरों को भी भारी नुकसान हो रहा है. अलेप्पो की स्थिति ने दुनिया को एक बार फिर सीरिया में चल रहे भयावह युद्ध की भयावहता का अहसास दिलाया है.

एक और मुस्लिम देश में शुरू हुई जंग

दो सैन्य सूत्रों ने बताया कि असद के प्रमुख सहयोगी रूस ने विद्रोहियों को हराने के लिए सीरिया को और सैन्य मदद देने का वादा किया है. रूस ने कहा कि अगले 72 घंटों में नई सैन्य सामग्री सीरिया पहुंचनी शुरू हो जाएगी. तीन सैन्य सूत्रों ने बताया कि सीरियाई सेना को उन इलाकों से 'सुरक्षित वापसी' का आदेश दिया गया है, जहां विद्रोही घुस गए थे. विद्रोहियों ने बुधवार को हमला शुरू किया था और शुक्रवार रात तक उनके ऑपरेशन रूम ने बताया कि वे अलेप्पो के विभिन्न हिस्सों में घुसपैठ कर रहे थे.

पूरे शहर पर आतंकियों का कब्जा

सीरिया के शहर अलेप्पो में विद्रोही समूह जैश अल-इज्जा ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. यह 2016 के बाद पहली बार है जब विद्रोही समूह ने शहर में प्रवेश किया है. इससे पहले, राष्ट्रपति असद और उनके सहयोगी रूस, ईरान और क्षेत्रीय शिया मिलिशिया ने शहर पर अपना नियंत्रण स्थापित किया था. विद्रोही समूह ने महीनों की बमबारी और घेराबंदी के बाद शहर छोड़ दिया था.

तुर्की करता है विद्रोहियों का समर्थन

विपक्षी लड़ाकों ने कहा है कि उनका यह अभियान इदलिब के विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों में रूस और सीरियाई वायुसेना द्वारा हाल के सप्ताहों में नागरिकों पर बढ़ाए गए हमलों का जवाब है, और यह सीरियाई सेना द्वारा किसी भी हमले को रोकने के लिए किया गया है. तुर्की खुफिया एजेंसी के संपर्क में रहने वाले विपक्षी सूत्रों ने बताया कि तुर्की, जो विद्रोहियों का समर्थन करता है, ने इस हमले को मंजूरी दे दी है.

रूस सीरियाई सेना को हवाई सहायता प्रदान कर रहा

हालांकि, तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओनकू केसेली ने शुक्रवार को कहा कि तुर्की क्षेत्र में अधिक अस्थिरता से बचना चाहता है और उसने चेतावनी दी कि हालिया हमलों से तनाव कम करने के समझौते कमजोर हो सकते हैं. बीते शुक्रवार को सीरियाई सरकारी टेलीविजन ने विद्रोहियों के शहर तक पहुंचने की खबरों का खंडन किया और कहा कि रूस सीरियाई सेना को हवाई सहायता प्रदान कर रहा है. 

27 नागरिकों की जान चली गई

सीरियाई सेना ने कहा कि वह हमले का जवाब दे रही है और अलेप्पो और इदलिब के ग्रामीण इलाकों में विद्रोहियों को भारी नुकसान पहुंचाया है. सीरिया संकट के लिए संयुक्त राष्ट्र के उप क्षेत्रीय मानवीय समन्वयक डेविड कार्डेन ने कहा कि वह उत्तर-पश्चिमी सीरिया में बढ़ती स्थिति को लेकर बहुत चिंतित हैं. उन्होंने कहा, पिछले तीन दिनों में लगातार हुए हमलों में कम से कम 27 नागरिकों की जान चली गई है, जिनमें 8 साल तक के बच्चे भी शामिल हैं.

संवैधानिक व्यवस्था को बहाल करें

सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी SANA ने बताया कि शुक्रवार को अलेप्पो में विश्वविद्यालय के छात्रावासों पर विद्रोहियों की गोलाबारी में दो छात्रों समेत चार नागरिक मारे गए. यह स्पष्ट नहीं है कि ये मृतक संयुक्त राष्ट्र के द्वारा बताए गए 27 नागरिकों में शामिल थे या नहीं. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि रूस विद्रोहियों के हमले को सीरिया की संप्रभुता का उल्लंघन मानता है. उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि सीरियाई अधिकारी जल्दी से क्षेत्र में शांति स्थापित करें और संवैधानिक व्यवस्था को बहाल करें.'