अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 116 भारतीय अमृतसर पहुंचे, तीसरा विमान भी जल्द आने की उम्मीद
अमेरिका में अवैध प्रवासियों की वापसी की प्रक्रिया में तेजी आई है, विशेषकर डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद. हाल ही में एक विमान जो प्रवासियों से भरा था, अमृतसर पहुंचा. यह इस प्रकार का दूसरा विमान है, जो इस दिशा में उठाए गए कदमों का संकेत देता है.
Illegal Immigrant: अमेरिका से अवैध प्रवासियों को वापस भेजने की मुहिम के तहत शनिवार (15 फरवरी, 2025) को एक और विमान अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंड हुआ. इस विमान में 119 यात्रियों के आने की सूचना थी, लेकिन केवल 116 भारतीय नागरिक पहुंचे. आधिकारिक सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है.
आपको बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की कड़ी आव्रजन नीति के कारण अमेरिका से भारतीय प्रवासियों का यह दूसरा जत्था है, जिसे वापस भेजा गया है. सूत्रों के अनुसार, एक और विमान रविवार (16 फरवरी, 2025) को अमृतसर में उतर सकता है, जिसमें 157 और भारतीय नागरिकों को निर्वासित किए जाने की संभावना है.
किन राज्यों के कितने नागरिक लौटे?
बता दें कि डिपोर्ट किए गए 116 भारतीयों में से सबसे अधिक 100 लोग पंजाब और हरियाणा के हैं. इनमें पंजाब से 67, हरियाणा से 33, गुजरात से 8, उत्तर प्रदेश से 3, जबकि गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से 2-2 लोग शामिल हैं. इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से एक-एक नागरिक वापस भेजा गया है. सूत्रों के अनुसार, इस समूह में चार महिलाएं और दो नाबालिग भी शामिल हैं, जिनमें एक छह वर्षीय बच्ची भी है.
16 फरवरी को आएगा तीसरा विमान
अमेरिका से भारत भेजे जा रहे अवैध प्रवासियों की उम्र आमतौर पर 18 से 30 साल के बीच है. सूत्रों के मुताबिक, तीसरे विमान के 16 फरवरी को अमृतसर पहुंचने की उम्मीद है, जिसमें 157 भारतीय नागरिक शामिल होंगे. इससे पहले, 5 फरवरी को अमेरिका का एक सैन्य विमान 104 भारतीय अवैध प्रवासियों को लेकर अमृतसर पहुंचा था. इसको लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि पंजाब और अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में युवा 'डंकी रूट' (अवैध और खतरनाक मार्ग) के जरिये अमेरिका में प्रवेश कर चुके हैं, लेकिन अब उन्हें वहां से वापस भेजा जा रहा है.
अमेरिका में भारतीय अवैध प्रवासियों की संख्या कितनी?
वहीं बताते चले कि प्यू रिसर्च सेंटर के अनुसार, अमेरिका में लगभग 7,25,000 भारतीय अवैध रूप से रह रहे हैं. यह संख्या मेक्सिको और अल साल्वाडोर के बाद तीसरी सबसे बड़ी अवैध अप्रवासी आबादी है.
पीएम मोदी ने अमेरिका में उठाया अवैध प्रवास का मुद्दा
इसके अलावा, अमेरिका द्वारा भारतीय प्रवासियों को डिपोर्ट किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं. हाल ही में अमेरिका दौरे के दौरान उन्होंने अवैध प्रवासन और मानव तस्करी का मुद्दा उठाया था.
हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''जो लोग अवैध रूप से दूसरे देशों में रहते हैं, उन्हें वहां रहने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है. जहां तक भारत और अमेरिका का सवाल है, हमने हमेशा कहा है कि जो लोग सत्यापित हैं और वास्तव में भारत के नागरिक हैं - अगर वे अवैध रूप से अमेरिका में रहते हैं, तो भारत उन्हें वापस लेने के लिए तैयार है.''
बहरहाल, अमेरिका द्वारा अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस भेजने की यह प्रक्रिया लगातार जारी है. 15 फरवरी को अमृतसर पहुंचे 116 नागरिकों के बाद अब 16 फरवरी को एक और विमान के आने की उम्मीद है. इस विषय पर भारत सरकार पहले ही अपनी नीति स्पष्ट कर चुकी है कि वह अपने नागरिकों को वापस लेने के लिए तैयार है, लेकिन अवैध आप्रवासन को रोकने के लिए भी सख्त कदम उठाने होंगे.