Hush Money Case: अमेरिकी एडल्ट फिल्म स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स ने डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ दर्ज क्रिमिनल केस में गवाही दी. उन्होंने 2006 में होटल के सुइट में जो कुछ हुआ, उसके बारे में विस्तार से बताया. कोर्ट में गवाही के दौरान डेनियल्स ने बताया कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड्स ने उन्हें ट्रंप के साथ डिनर के लिए अप्रोच किया था. इसके बाद डेनियल्स ने ना में इसका जवाब दिया. हालांकि, उन्होंने अपना मन तब बदल लिया, जब एक मैग्जीन ने उन्हें भरोसा दिया कि अगर वे ट्रंप के साथ डिनर पर जाती हैं, तो फिर बेहतरीन कहानी बन सकती है.
दरअसल, 2016 में पोर्न स्टार और ट्रंप के बीच फिजिकल रिलेशन की खबर आई थी. आरोप था कि ट्रंप ने इस 'कांड' को छिपाने के लिए डेनियल्स को 1 लाख 30 हजार डॉलर दिया था. डेनियल्स ने कोर्ट के सामने बताया कि ट्रंप से आखिरी बार उनकी मुलाकात 2011 में हुई थी. डेनियल्स ने बताया कि मेरी मां की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और वो सिंगल पैरेंट मदर थीं. डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बारे में डेनियल्स ने कोर्ट को बताया कि एक गोल्फ टूर्नामेंट के दौरान उनकी मुलाकात ट्रंप से हुई थी. इससे काफी दिन पहले उन्होंने अपनी मां का घर छोड़ दिया था और फिर स्ट्रिप क्लब्स में काम करना शुरू कर दिया था.
डेनियल्स ने बताया कि ये वो दौर था, जब डोनाल्ड ट्रंप न्यूयॉर्क के बड़े रियल एस्टेट कारोबारी हुई करते थे और ट्रंप 'द अप्रेंटिस' नाम के फेमस रियलिटी टीवी शो के सेलिब्रिटी होस्ट थे. डेनियल्स ने मंगलवार को दी गई गवाही में बताया कि पहली मुलाकात के दौरान जब ट्रंप ने उन्हें होटल के रूम से बाहर निकलने से रोका, तब वे ब्लैक आउट हो गईं थीं. उन्होंने ये भी कहा कि मैंने उस वक्त न कोई शराब पी थी न ही कोई दवा खाई थी.
डेनियल्स ने बताया कि मैं होटल के कमरे में छत की ओर देख रही था और मुझे नहीं पता था कि मैं वहां कैसे पहुंची. डेनियल्स, जिनका असली नाम स्टेफ़नी क्लिफ़ोर्ड है, ने कहा कि उन्होंने ट्रम्प को रुकने के लिए नहीं कहा. उधर, ट्रंप ने अब 45 साल की हो चुकी डेनियल्स के साथ कभी भी फिजिकल रिलेशन बनाने से इनकार किया है. ट्रंप की बचाव टीम ने भी कोर्ट में तर्क दिया है कि डेनियल्स उस दौरान रियलिटी शो 'द अप्रेंटिस' में किसी कैरेक्टर के लिए जगह तलाश रही थी.
मामले की सुनवाई कर रही कोर्ट ने पिछले हफ्ते ट्रंप पर 7 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था. मैनहटन कोर्ट ने ये जुर्माना अवमानना के लिए लगाया था. साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर ट्रंप दोबारा कोर्ट की अवमानना करते हैं, तो उन्हें जेल भेजा जा सकता है.
दरअसल, मैनहटन ग्रैंड जूरी ने ट्रंप पर क्रिमिनल केस चलाने का फैसला किया था. आरोप था कि 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रंप ने डेनियल्स को अपने अफेयर और फिजिकल रिलेशन पर चुप रहने के लिए पैसे दिए थे.