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वेटिकन सिटी: पोप फ्रांसिस को अंतिम विदाई देने सेंट पीटर्स कैथेड्रल के बाहर उमड़ा जन सैलाब, देखें वीडियो

पोप फ्रांसिस की अंतिम विदाई के बाद, कैथोलिक चर्च अब नए नेतृत्व की ओर बढ़ेगा. लेकिन उनकी शिक्षाएं और उनके द्वारा छोड़ी गई विरासत हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेगी. सेंट पीटर्स कैथेड्रल में एकत्रित भीड़ ने यह स्पष्ट कर दिया कि पोप फ्रांसिस का प्रभाव सीमाओं से परे है.  

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Edited By: Sagar Bhardwaj
huge crowd gathered outside St Peters Cathedral to bid final farewell to Pope Francis

वेटिकन सिटी में सेंट पीटर्स कैथेड्रल के बाहर हजारों लोग पोप फ्रांसिस को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्र हुए. विश्व भर के कैथोलिक समुदाय के लिए यह एक भावनात्मक क्षण था, जब लोग अपने प्रिय आध्यात्मिक नेता को अलविदा कहने के लिए वेटिकन की पवित्र भूमि पर जुटे. पोप फ्रांसिस, जो अपनी सादगी, करुणा और सामाजिक न्याय के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते थे, ने अपने कार्यकाल में लाखों लोगों के दिलों को छुआ.  

सेंट पीटर्स कैथेड्रल में भावुक माहौल

सेंट पीटर्स स्क्वायर में मौजूद भीड़ में विभिन्न देशों और संस्कृतियों के लोग शामिल थे, जो पोप के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने आए. कई श्रद्धालु आंसुओं के साथ प्रार्थना करते दिखे, जबकि कुछ ने मोमबत्तियां जलाकर और फूल अर्पित करके अपनी भावनाएं व्यक्त कीं. “पोप फ्रांसिस ने हमें प्यार और एकता का संदेश दिया. उनकी कमी हमेशा खलेगी,” एक श्रद्धालु ने कहा. कैथेड्रल के आसपास का माहौल शांत और गमगीन था, लेकिन लोगों के बीच एकजुटता और आध्यात्मिकता का गहरा अहसास था.  

पोप फ्रांसिस की विरासत
पोप फ्रांसिस ने अपने नेतृत्व में कैथोलिक चर्च को नई दिशा दी. उन्होंने पर्यावरण संरक्षण, गरीबी उन्मूलन और अंतर-धार्मिक संवाद को बढ़ावा देने जैसे मुद्दों पर जोर दिया. उनकी शिक्षाएं और मानवता के प्रति उनका दृष्टिकोण न केवल कैथोलिक समुदाय, बल्कि विश्व भर के लोगों के लिए प्रेरणादायक रहा. “उन्होंने हमें सिखाया कि सच्ची सेवा विनम्रता और करुणा से शुरू होती है.  

वैश्विक स्तर पर शोक
वेटिकन सिटी के बाहर जमा हुई भीड़ में स्थानीय निवासियों के साथ-साथ दूर-दराज से आए तीर्थयात्री भी शामिल थे. सोशल मीडिया पर भी लोग पोप फ्रांसिस की तस्वीरें और उनके प्रेरणादायक संदेश साझा कर रहे हैं. यह घटना न केवल कैथोलिक समुदाय, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो पोप की विरासत को याद करने का अवसर प्रदान करती है.