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India Daily

'कोकीन जोकर, पुतिन का गंदा काम' , ट्रंप-जेलेंस्की घमासान पर दुनिया भर की कैसी रही प्रतिक्रिया?

इस तनावपूर्ण बैठक ने दुनियाभर में यूक्रेनी संघर्ष के बारे में गहरी चिंताएं और प्रतिक्रियाएं पैदा की हैं. जहां एक ओर कुछ नेता यूक्रेन के समर्थन में खड़े हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ नेताओं की प्रतिक्रिया विवादित रही है.

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Edited By: Mayank Tiwari
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
Courtesy: Social Media

हाल ही में अमेरिकी ओवल ऑफिस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जे.डी. वांस के बीच एक तीव्र बहस हुई, जिसने पूरी दुनिया के नेताओं और अमेरिकी नेताओं के बीच हलचल मचा दी है. दरअसल, यह बैठक जल्द ही समाप्त हो गई, जिससे यूक्रेन और अमेरिका के बीच संबंधों के भविष्य को लेकर चिंता जताई जा रही है.

अमेरिकी नेताओं की आलोचना

इस घटनाक्रम पर अमेरिकी सांसदों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. सीनेट के डेमोक्रेट्स ने ट्रंप और वांस पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का पक्ष लेने का आरोप लगाया. सीनेट में विपक्षी नेता चक शूमर ने कहा, "ट्रंप और वांस पुतिन का गंदा काम कर रहे हैं. डेमोक्रेट्स कभी भी स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए लड़ाई बंद नहीं करेंगे." वहीं, नेब्रास्का के रिपब्लिकन प्रतिनिधि डॉन बेकन ने इसे "अमेरिकी विदेश नीति के लिए बुरा दिन" करार दिया.

रूस ने क्या दी प्रतिक्रिया!

रूस के अधिकारी भी इस तकरार का मजाक उड़ा रहे हैं. रूस की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने टिप्पणी की कि ट्रंप और वांस ने शारीरिक हिंसा से बचकर "संयम का चमत्कार" दिखाया. रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने सोशल मीडिया पर जेलेंस्की को "ओवल ऑफिस में सही तरीके से थप्पड़ मारे जाने" के लिए सराहा और उन्हें "कोकीन का जोकर" कहा. वहीं, कियरील दिमित्रिव, जो मास्को के वार्ताकारों में से एक हैं, उन्होंने ट्रंप और जेलेंस्की के बीच इस संघर्ष को "ऐतिहासिक" करार दिया.

यूक्रेनी समर्थन

इसके विपरीत, यूक्रेनी विदेश मंत्री एंड्री सिबीहा ने जेलेंस्की की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने "जो सही था उसके लिए खड़े होने की हिम्मत और ताकत दिखाई." सिबीहा ने कहा, "वह यूक्रेन और न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के लक्ष्य के लिए खड़े होते हैं." यूरोपीय नेताओं ने भी यूक्रेन के प्रति अपनी समर्थन की भावना जताई है.

यूरोपीय नेताओं का समर्थन

फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रॉन ने कहा, "रूस आक्रामक है और यूक्रेन आक्रांत है. हमें उन लोगों का सम्मान करना चाहिए जो शुरू से ही संघर्ष कर रहे हैं." स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ ने यूक्रेन के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करते हुए संदेश भेजा, "यूक्रेन, स्पेन तुम्हारे साथ है."

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया

जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ ने यूक्रेन के नागरिकों के संघर्ष का समर्थन करते हुए कहा कि "कोई भी यूक्रेन के नागरिकों से ज्यादा शांति नहीं चाहता. इटली के प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने यूक्रेन युद्ध पर चर्चा करने के लिए एक शिखर सम्मेलन की आवश्यकता की बात की. जबकि, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भी यूक्रेन के लिए स्थायी शांति की दिशा में काम करने का वादा किया.

हंगरी की प्रतिक्रिया

हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को "शांति के लिए साहसिक खड़ा होने" के लिए धन्यवाद दिया. साथ ही उन्होंने कहा, "मजबूत लोग शांति लाते हैं, कमजोर लोग युद्ध करते हैं.

यूरोपीय संघ का समर्थन

यूरोपीय संघ ने भी यूक्रेन के प्रति अपनी समर्थन व्यक्त किया, यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा ने जेलेंस्की को यह आश्वासन दिया कि वह "कभी अकेले नहीं हैं.