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India Daily

इजराइल में बड़ा सवाल: हमास ने क्यों सौंपा गलत शव?

इजराइली सेना ने शुक्रवार सुबह बताया कि बंधक बनाये गये दो बच्चों के शवों की पहचान कर ली गई है लेकिन हमास द्वारा दिया गया एक अन्य शव इन लड़कों की मां का नहीं है. हमास चरमपंथियों ने युद्ध विराम समझौते के तहत बृहस्पतिवार को ये चार शव सौंपे थे.

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Edited By: Anvi Shukla
israel hamas
Courtesy: social media

इजराइल का यह एलान कि बंधक बनाए गए बच्चों की पहचान हो गई है, हालांकि राहत की बात है, लेकिन हमास द्वारा भेजे गए शव की पहचान में असमंजस ने मामले को और भी जटिल बना दिया है' यह घटना इजराइल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे संघर्ष में एक और कड़ी जोड़ती है, और इसके परिणामस्वरूप मानवाधिकारों और सुरक्षा की स्थिति पर गहरे सवाल उठने लगे हैं'

इजराइल ने एक चौंकाने वाली जानकारी दी... इजराइल ने एक चौंकाने वाली जानकारी दी है कि उसने उन बच्चों की पहचान कर ली है, जिन्हें हाल ही में हमास  ने बंधक बना लिया था' हालांकि, इस बीच एक और रहस्यमय खुलासा सामने आया है कि हमास  द्वारा इजराइल को भेजे गए शव में एक महिला की लाश उनकी मां की नहीं है' इस मामले ने सुरक्षा और मानवाधिकारों के मुद्दे को और भी गहरा कर दिया है' 

हमास द्वारा बंधक बनाए गए बच्चों की पहचान:

इजराइल ने पुष्टि की कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए बच्चों की पहचान हो चुकी है' ये बच्चे मई 2021 में हमास  द्वारा किए गए हमलों के दौरान गायब हो गए थे' इजराइल के अधिकारियों का कहना है कि इन बच्चों को आतंकवादियों द्वारा एक हद तक यथासंभव सुरक्षित रखा गया था, लेकिन उनकी मां का शव जो इजराइल को सौंपा गया था, वह बच्चों की वास्तविक मां का नहीं था' 

पता चला कि यह शव उन बच्चों की मां का नहीं था:

इजराइल के अधिकारियों ने यह भी बताया कि हमास  द्वारा भेजे गए शव की पहचान में अब एक बड़ी परेशानी की स्थिति सामने आई है' शव को जब मेडिकल जांच से गुजरवाया गया, तो यह पता चला कि यह शव उन बच्चों की मां का नहीं था, जिनकी खोज इजराइल में की जा रही थी' इस खुलासे से इजराइल और हमास  के बीच जारी तनाव और भी बढ़ गया है'. इस घटना ने इजराइल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे संघर्ष में मानवाधिकारों के उल्लंघन और बच्चों को बंधक बनाए जाने जैसी संवेदनशील समस्याओं पर सवाल उठाए हैं' अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इस मुद्दे पर चिंता जताई है और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने की जरूरत महसूस की है'.