Himalayas New Study: रिसर्चर्स की एक टीम ने पता लगाया है कि हिमालय का विस्तार हो रहा है. शोधकर्ताओं का कहना है कि हिमालय के नीचे तिब्बत दो टुकड़ों में बंट रहा है. इस महाद्वीपीय प्लेट के टुकड़े धीरे-धीरे अलग हो रहे हैं. अमेरिका की जियोफिजिकल यूनियन की एनुअल मीट के दौरान पेश किए गए शोध पत्र में कहा गया है कि दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत का विज्ञान पहले की तुलना में और भी ज्यादा कठिन और जटिल होता जा रहा है. भारतीय और यूरेशियन प्लेटें आपस में कोलाइड हो रही हैं, जिस कारण हिमालय का विस्तार हो रहा है.
रिपोर्ट के अनुसार, समुद्री और महाद्वीपीय प्लेटों के टकराव से उत्पन्न परिणामों से वैज्ञानिक अवगत हैं. लेकिन जब यही दो महाद्वीपीय प्लेटें आपस में कोलाइड करती हैं तब अनुमान लगाना मुश्किल होता है. इसका बड़ा कारण है दोनों का घनत्व समान होना.
हालांकि जानकार मानते हैं कि भारतीय प्लेट के अंदरूनी हिस्सों में झुकाव हो रहा है. वहीं, इसके ऊपरी हिस्से तिब्बत के बड़े हिस्से पर दबाब बना रहे हैं. नई रिसर्च के अनुसार, इंडियन प्लेट सबडक्टिंग कर रही है. ऐसा करते वक्त वह झुक रही है साथ ही फट भी रही है. रिसर्चर्स ने कहा है कि उन्होंने क्रस्ट से गुजरने वाली भूकंपीय तरंगों की जांच की है जहां दो प्लेंटें आपस में टकराती हैं. इन तरंगों के प्रयोग से उन्होंने इंडियन प्लेट की स्लैब में दरार दिखाने वाली इमेज बनाईं.
साइंस पत्रिका के अनुसार, कुछ स्थानों पर जहां भारतीय प्लेट का निचला हिस्सा 200 किमी गहरा है. वहीं कुछ हिस्सों पर यह 100 किमी गहरा है. इससे साफ जाहिर होता है कि भारतीय प्लेट का बड़ा हिस्सा छिल चुका है.