इजरायल को मिला जवाब! गोलन हाइट्स पर अंधाधुंध रॉकेट बरसा रहा हिजबुल्ला
Israel Hamas War: हिजबुल्ला ने बुधवार को फिर से इजरायल के कब्जे वाले गोलन हाइट्स में अंधाधुंध रॉकेट बरसाए हैं. लगातार बमबारी की वजह से गाजा संघर्ष विराम की कोशिशों को झटका लग रहा है. हिजबुल्लाह का ताजा हमला इजरायल के हालिया अटैक से जोड़कर देखा जा रहा है जिसमें उसका हथियारखाना तबाह हो गया था.
Israel Hamas War: हिजबुल्ला ने बुधवार को इजरायल द्वारा कब्जा किए गए गोलान हाइट्स में निजी घरों को निशाना बनाकर 50 से अधिक रॉकेट दागे हैं. यह हमला काहिरा में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और मिस्र तथा कतर के अधिकारियों के बीच हुई बैठक के बाद हुआ है. इस बैठक में वे गाजा संघर्ष विराम के लिए मध्यस्थता करने का प्रयास कर रहे थे. इन प्रयासों के बावजूद, हमास और इजरायल दोनों ने ही संघर्ष को बढ़ाना जारी रखा है.
हमास ने अमेरिका के इस नए प्रस्ताव की आलोचना करते हुए इसे पिछले समझौतों जैसा बताया है. हमास ने अमेरिका पर आरोप लगाया है कि वह इजरायल की नई शर्तों के सामने झुक गया है. इन दावों पर अमेरिका की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
इजरायल को मिला जवाब
गोलन हाइट्स में बचावकर्मियों ने हमले में छर्रे लगने से घायल हुए 30 वर्षीय व्यक्ति का इलाज करने की सूचना दी. हिजबुल्लाह के हमलों की वजह से एक घर में आग लग गई लेकिन अग्निशमन दल ने गैस रिसाव को रोककर एक बड़ी आपदा को रोकने में कामयाबी हासिल की है. हिजबुल्लाह का हमला कथित तौर पर मंगलवार रात को हुए इजरायली हमले का बदला था जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 19 लोग घायल हो गए थे. इससे पहले मंगलवार को हिजबुल्लाह ने उसके हथियार डिपो पर हमले के बाद इजरायल पर 200 से अधिक प्रोजेक्टाइल दागे थे.
सैकड़ों लोगों की मौत
पिछले 10 महीनों में इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच चल रहे संघर्ष में लगातार गोलीबारी हुई है, जो गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध से और भी बढ़ गई है. इस संघर्ष के परिणामस्वरूप लेबनान में 500 से अधिक मौतें हुई हैं. इनमें से ज्यादातर लोग उग्रवादी हैं, लेकिन इसमें लगभग 100 नागरिक भी शामिल हैं. वहीं, हिजबुल्लाह के हमलों में इजरायल में 49 मौतें हुई हैं, जिनमें 23 सैनिक और 26 नागरिक शामिल हैं.
इजरायल के कब्जे में है गोलन हाइट्स
गोलन हाइट्स को 1967 के मध्य पूर्व युद्ध में इजरायल ने सीरिया से कब्जा कर लिया था और बाद में इसे अपने में मिला लिया. जबकि अमेरिका इजरायल के कब्जे को मान्यता देता है. वहीं, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय मोटे तौर पर गोलन हाइट्स को सीरियाई क्षेत्र के कब्जे वाला क्षेत्र मानता है.