Hezbollah Attack Near IDF Base: हिजबुल्लाह ने इजराइली सेना के बेस कैंप के पास ड्रोन से हमला किया, जिसमें चार इजराइली सैनिक मारे गए और 50 से ज्यादा घायल हो गए. ये हमला रविवार रात को किया गया था. हमले के बाद स्थानीय लोग दहशत में हैं. स्थानीय लोगों ने आशंका जताते हुए सवाल पूछा कि क्या होगा, जब अगली बार हिजबुल्लाह ऐसे हमलों को अंजाम देगा. साथ ही उन्होंने ये भी पूछा कि आखिर हिजबुल्लाह को इस बेस कैंप के बारे में कैसे पता चला?
रविवार की रात को उत्तर-मध्य इस्राइल में बिन्यामीना के निकट गोलानी ट्रेनिंग बेस पर एक ड्रोन हमले में चार इजराइली सैनिक मारे गए थे. ये इजराइल और लेबनानी आतंकवादी समूह के बीच पिछले महीने तेज हुए युद्ध के बाद से इजराइल धरती पर सबसे घातक हमला था. हमले में 58 सैनिक घायल हुए हैं, जिनमें से 40 सोमवार सुबह तक अस्पताल में भर्ती थे. आधिकारिक जांच में पाया गया कि विस्फोटकों से लदे ड्रोन ने उस समय बेस पर हमला किया जब सैनिक खाना खा रहे थे.
IDF बेस के पास के गांव काफ़र क़रा में एक रेस्तरां के मैनेजर यूसुफ़ ने एएफपी को बताया कि एक बहुत बड़ा धमाका हुआ और फिर अचानक एम्बुलेंसें गुज़रने लगीं, पहले एक, फिर दो, फिर तीन और फिर लगातार बढ़ती गईं. उन्होंने कहा कि वहां बहुत सारी पुलिस गाड़ियां और पैरामेडिक्स मौजूद थे.
यूसुफ ने कहा कि पहले तो उन्हें लगा कि ये विस्फोट संगठित अपराध से संबंधित है, जो कुछ अरब इजरायली गांवों में बहुत अधिक है. लेकिन जल्द ही उन्हें एहसास हो गया कि यह धमाका पास के आर्मी बेस से हुआ था, जो उनके रेस्तरां से एक मील से भी कम दूरी पर था.
यूसुफ ने एएफपी को बताया कि हम दो साल से यहां हैं और हमें यह एहसास नहीं था कि हम इतने महत्वपूर्ण बेस के बगल में हैं. आखिर हिजबुल्लाह को कैसे पता चला कि यहां इजराइली सेना का बेस कैंप है? उन्होंने पूछा कि क्या होगा अगर अगली बार जब वे फायर करेंगे.
सोमवार की सुबह बेस का दौरा करते हुए रक्षा मंत्री योआव गैलांट ने वचन दिया कि इजरायल पिछली रात के हमले से सबक सीखेगा. उन्होंने गोलानी अधिकारियों से कहा कि ये एक कठिन घटना है जिसके परिणाम दर्दनाक हैं. हम इसकी जांच करेंगे. साथ ही पेशेवर तरीके से सबक सीखेंगे. यूएवी के खतरे का सामना करते हुए, हम एक राष्ट्रीय प्रयास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और ऐसे समाधान विकसित करने में लगे हुए हैं जो खतरे से निपटने में मदद करेंगे.
बेस से कुछ किलोमीटर दूर किबुत्ज़ रेगाविम में निवासियों ने बताया कि उन्होंने विस्फोट की आवाज नहीं सुनी, लेकिन टेलीविजन पर दिखाए गए चित्रों से उन्होंने पहचान लिया कि विस्फोट नजदीक ही हुआ था. किबुत्ज़ के निवासी इयाल नबेट ने एएफपी को बताया कि किबुत्ज़ की सुरक्षा टीम को तुरंत सतर्क कर दिया गया था. नाबेट ने कहा कि किबुत्ज़ के निवासी हिल गए थे, लेकिन हाल ही में बम आश्रयों का नवीनीकरण किया गया था और नई कंक्रीट संरचनाएं जोड़ी गई थीं, जिससे लोगों को यह एहसास हो रहा था कि वे सुरक्षित हैं.
उधर, हमले के बाद हिजबुल्लाह ने धमकी दी कि अगर लेबनान में आईडीएफ का जमीनी अभियान नहीं रोका गया तो वह इजरायल पर और हमले करेगा. ईरान समर्थित आतंकी समूह ने दावा किया कि यह हमला आने वाले हमले की तुलना में कुछ भी नहीं है. हिजबुल्लाह एक वर्ष से अधिक समय से नियमित रूप से इजरायल पर रॉकेट, ड्रोन और मिसाइलें दाग रहा है, लेकिन 23 सितंबर से दोनों पक्षों के बीच जंग तेज हो गई है औऱ तब से इजरायल पर और अधिक हमले होने लगे हैं.