50 करोड़ के ड्रोन को किया राख, बेस पर भी दागे रॉकेट; हिजबुल्ला ने ऐसे इजराइल को दे डाला बड़ा दर्द
Hezbollah Attacks Israel: हिजबुल्लाह के लड़ाकों ने लेबनान में एक इजरायली ड्रोन को मार गिराया और एक इजरायली बेस पर रॉकेट भी दागे हैं. जिस ड्रोन को मार गिराया गया है, उसकी कीमत 50 करोड़ बताई जा रही है.
Hezbollah Attacks Israel: गाजा के दक्षिणी शहर रफाह पर इजरायल की सैन्य कार्रवाई के बीच लेबनान-इजरायल सीमा पर गोलीबारी तेज हो गई है. इस बीच हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसने दक्षिणी लेबनाना के ऊपर मंडरा रहे एक इजरायली ड्रोन को मार गिराया. साथ ही इजरायली मिलिट्री बेस पर रॉकेट भी दागे. इन हमलों में एक शख्स की मौत की खबकर है. हिजबुल्लाह ने एक बयान में कहा कि उसके लड़ाकों ने हर्मीस 900 कोचाव ड्रोन पर हमला किया. दावा किया कि ऐसे ड्रोन के जरिए इजराइल हमारे नागरिकों और उनके घरों को निशाना बनाता रहा है.
इजराइली सेना की ओर से हिजबुल्लाह की ओर से की गई इस कार्रवाई की पुष्टि की गई है. इजरायली सेना ने कहा कि लेबनान में हमारे ड्रोन पर सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल दागी गई, जो वही ढेर हो गई. सेना ने कहा कि घटना की समीक्षा की जा रही है. सेना की ओर से जानकारी दी गई कि जिस ड्रोन को मार गिराया गया है, वो हर्मीस 900 कोचाव है, जो मध्यम ऊंचाई और लंबी क्षमता वाला ड्रोन था. ये ड्रोन एक साथ चार एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों को ले जा सकता है.
मिलिट्री बेस पर हमले की भी इजराइल ने की पुष्टि
उधर, हिजबुल्लाह ने कहा कि उसके लड़ाकों ने किरयात शमोना में इजरायली सेना के अड्डे पर भी बुर्कान रॉकेटों से हमला किया. उन्होंने बताया कि बुर्कान रॉकेट 300 किलोग्राम से 500 किलोग्राम तक वजन का वारहेड ले जा सकता है. इज़रायली सेना ने किरयात शमोना स्थित सैन्य अड्डे पर भी रॉकेट हमले की पुष्टि की है, हालांकि इसके अलावा इजराइल की ओर से ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है. इज़रायली मीडिया ने किरयात शमोना पर रॉकेट हमले की खबर दी और बुनियादी ढांचे को हुए भारी नुकसान की तस्वीरें भी जारी कीं. साथ ही कहा कि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
7 अक्टूबर के बाद से ही इजराइल-लेबनान में जारी है टेंशन
7 अक्टूबर को इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के एक दिन बाद से ही हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच टेंशन जारी है. हिजबुल्लाह ने लेबनान-इजरायल सीमा पर इजरायली सैन्य चौकियों पर हमला करना शुरू कर दिया. तब से, इजराइल और लेबनान सीमा के दोनों ओर सीमावर्ती इलाकों से हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं. पिछले 7 महीनों में लेबनान में 400 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं, जिनमें से ज़्यादातर लड़ाके हैं. इनमें 70 से ज़्यादा आम नागरिक और गैर-लड़ाके भी शामिल हैं. वहीं, हिजबुल्लाह के हमले में इज़राइल में अक्टूबर से अब तक 15 सैनिक और 10 आम नागरिक मारे गए हैं.
इजराइल और हमास-हिजबुल्लाह के बीच कौन ताकतवर?
ग्लोबल फायर पॉवर की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल के पास सैनिकों की संख्या 6.46 लाख है. इनमें से एक्टिव सैनिकों की संख्या 1.73 लाख है. हमास-हिज्बुल्लाह को मिलाकर मात्र 2.55 लाख है. इनमें एक्टिव जवानों की संख्या 2.30 लाख है. रिजर्व जवानों की बात करें तो हमास-हिजबुल्लाह के पास इनकी संख्या जीरो है, जबकि इसके मुकाबले इजराइल के पास रिजर्व जवानों की संख्या 4.50 लाख से ज्यादा है.
टैंकों के मामले में भी इजरायल आगे है. नेतन्याहू की सेना के पास 2200 टैंक हैं, जबकि इसके मुकाबले हमास-हिज्बुल्लाह के पास मात्र 757 टैंक हैं. IVF के मामले में भी इजरायल आगे है. इनके पास IVF की संख्या 509, जबकि विरोधियों के पास इनकी संख्या 203 है. बख्तरबंद टैंकों के मामले में हमास-हिज्बुल्लाह, इजराइल से आगे है. इनके पास बख्तरबंद टैंकों की संख्या 2132 है, वहीं इजराइल के पास इसकी संख्या मात्र 835 है. इनमें से अधिकतर सीमा पर तैनात हैं.
हथियार | इजराइल | हमास-हिजबुल्लाह |
रॉकेट | 300 | 1305 |
एयरक्राफ्ट | 601 | 85 |
कॉम्बैट एयरक्राफ्ट | 320 | 9 |
फाइटर जेट | 241 | 0 |
मल्टी रोल एयरक्राफ्ट | 295 | 0 |
अटैक एयरक्राफ्ट | 32 | 0 |
टैंक एयरक्राफ्ट | 15 | 0 |
जंगी हेलिकॉप्टर | 135 | 70 |
ड्रोन | 1000 | 62 |