जब समुद्र में अचानक खो गए Bel Amica के सैकड़ों यात्री, जब-जब दिखा हुआ मौत का तांडव
Haunted ship of Bel Amica: अंधकारमय अटलांटिक महासागर के सीने पर, एक जहाज सदा के लिए भटकने का अभिशाप ढोता हुआ चल रहा था. वो था ‘बेल अमिका’ - एक खूबसूरत जहाज, जिसे कभी दोस्त (बेले अमिका का अर्थ इतालवी में यही होता है) माना जाता था, लेकिन अब ये खौफनाक अफवाहों और भयानक कहानियों का जाल बन चुका था.
Haunted ship of Bel Amica: भूमध्यसागरीय द्वीप सार्डिनिया के तट पर 24 अगस्त 2006 को, एक भयानक खामोशी ने इटली के कोस्टगार्ड टीम को जकड़ लिया. पुंटा वोल्पे के पास, समुद्र की लहरों पर एक अकेला जहाज हिलोरें ले रहा था. दूर से देखने में वह एक क्लासिक शूनर जैसा लग रहा था, लेकिन करीब जाने पर एक अजीब सी सिहरन रीढ़ की हड्डी में दौड़ गई. जहाज पर सन्नाटा था, कोई चालक टीम का सदस्य न जर नहीं आ रहा था.
कोस्टगार्ड टीम जहाज पर चढ़ा. डेक पर सन्नाटा पसरा हुआ था, हवा में एक अजीब सी गंध फैली थी. अचानक उनकी नजरें खाने की मेज पर पड़ीं. आधा खाया हुआ भोजन मिस्र के व्यंजनों जैसा लग रहा था. उसके पास फ्रेंच भाषा में लिखे उत्तरी अफ्रीकी समुद्रों के नक्शे बिखरे पड़े थे. कैप्टन के केबिन में कपड़ों का ढेर और लक् जमबर्ग का झंडा मिला.
1893 में शुरू हुई थी ये कहानी
हालांकि इस कहानी की शुरुआत 1893 से हुई, जब बेल अमिका अजोरूस द्वीपसमूह से यूरोप लौट रहा था. जहाज पर सैकड़ों यात्री सवार थे, जो अमेरिका से अपने घरों को लौट रहे थे. उनके चेहरों पर खुशी थी, जल्द ही अपने प्रियजनों से मिलने का सपना उनके दिलों में रोशन था. लेकिन ये खुशी अचानक उस वक्त खत्म हो गई, जब एक भयंकर तूफान ने जहाज को अपनी चपेट में ले लिया.
तूफान इतना विकराल था कि बेल अमिका उसका सामना न कर सका. जहाज कई टुकड़ों में बिखर गया और अटलांटिक की गहराई में समा गया. हादसे की खबर कभी नहीं आई, कोई भी जीवित नहीं बचा. लेकिन कुछ ही हफ्तों बाद, एक अविश्वसनीय कहानी सामने आई.
एक पुर्तगाली मछुआरे ने दावा किया था कि उसने क्षितिज पर एक भूतिया जहाज देखा है. जहाज बिलकुल बेल अमिका जैसा ही था, मगर उसके पाल फटे हुए थे और तूफान से जर्जर हो चुके थे. मछुआरे के मुताबिक, जहाज पर सैकड़ों आत्माएं भटक रही थीं, उनके चेहरे तूफान के डर और मौत के सदमे से जकड़े हुए थे. उनकी आंखों में एक अथाह निराशा थी, मानो वे हमेशा के लिए समुद्र में खो जाने के अपने भाग्य को स्वीकार कर चुके हों.
आग की तरह फैल गई बेल अमिका की कहानी
यह कहानी आग की तरह फैल गई. जल्द ही, बेल अमिका को एक भूतहा जहाज माना जाने लगा. कई नाविकों ने दावा किया कि उन्होंने इसे देखा है, हमेशा तूफानी रातों में ही, उसके मस्तूलों पर एक अंधेरा कोहरा छाया रहता था, मानो भूतों का जनाजा हो. कभी- कभी, हवा में चीख-पुकार सुनाई देती थी, इतनी भयानक कि सुनने वाले का खून जम जाता था.
एक बहादुर जहाज का कप्तान, कैप्टन मार्टिनेज, ने भूतहा जहाज के रहस्य को सुलझाने की ठानी. उसने अपने जहाज को बेल अमिका की आखिरी देखी गई जगह की ओर मोड़ दिया. रात के अंधेरे में, उसने भयानक जहाज को देखा. बेल अमिका जर्जर हालत में था, मानो तूफान ने उसे अभी-अभी छोड़ा हो. मस्तूल टूटे हुए थे, पाल फटे हुए थे, और जहाज का रंग फीका पड़ चुका था. लेकिन सबसे ज्यादा खौफनाक नजारा जहाज के डेक का था.
डर के मारे भाग खड़े हुए कैप्टन मार्टिनेज
कैप्टन मार्टिनेज दूरबीन से देख सके कि डेक पर सैकड़ों आकृतियां खड़ी थीं. वे मरे हुए यात्रियों की तरह दिख रहे थे, उनके चेहरे पीले पड़े हुए थे और आंखें खोखली थीं. वे बेजान नजरों से घूर रहे थे, मानो कैप्टन मार्टिनेज की आत्मा को ही निगल जाना चाहते हों. अचानक, हवा में एक जोरदार चीख उठी, इतनी भयानक कि कैप्टन मार्टिनेज का खून जम गया. उसने तुरंत अपने जहाज को घुमाया और वहां से भाग गया. वह कभी वापस नहीं लौटा, और माना जाता है कि बेल अमिका की आत्माओं ने उसे भी अपने साथ समुद्र के अंधेरे में खींच लिया.
यह जहाज, जिसे बाद में "बेल अमिका" नाम दिया गया (हालांकि माना जाता है कि ये नाम गलत है और असली नाम "बेल'अमिका" होना चाहिए, जिसका अर्थ इटालियन में "सुंदर मित्र" होता है), एक रहस्य बन गया. इटली में ऐसा जहाज पहले कभी नहीं देखा गया था. सबसे चौंकाने वाली बात ये थी कि इस जहाज का कहीं कोई रिकॉर्ड नहीं मिला, ना तो इटली में और ना ही किसी अन्य देश में. यह ऐसे था जैसे जहाज अचानक, कहीं से भी प्रकट होकर, सार्डिनिया के तट पर आ पहुंचा हो.
2006 में दोबारा मिला तो मच गया कोहराम
कुछ समय बाद, इटली के अखबारों ने दावा किया कि जहाज के मालिक को ढूंढ लिया गया है. लक् जमबर्ग के फ्रैंक रौयरुक्स को जहाज का मालिक बताया गया. उनकी कहानी भी उतनी ही रहस्यमय थी. उन्होंने बताया कि किसी आपातकाल से निपटने के लिए घर वापस जाने के बाद वो वापस जहाज पर लौटने वाले थे, लेकिन किसी अज्ञात कारण से जहाज को गहरे समुद्र में छोड़ दिया गया था.
इतालवी प्रेस ने अटकलें लगाईं कि ये शायद लग्जरी जहाजों पर लगने वाले भारी करों से बचने की एक चाल थी. लेकिन ये तर्क भी खोखला साबित हुआ. जहाज पर मिले आधा खाए हुए मिस्र के भोजन और उत्तरी अफ्रीकी समुद्रों के नक्शे ये संकेत देते थे कि जहाज किसी लम्बे सफर पर निकला था, जो अचानक रुक गया. मानो जहाज पर सवार लोग जल्दबाजी में भोजन छोड़कर भाग खड़े हुए हों.
सबसे ज्यादा खौफनाक सवाल ये था - चालक टीम कहां गया? क्या वो किसी समुद्री डाकुओं के हमले का शिकार हुए या फिर किसी अज्ञात तूफान में खो गए? या फिर... क्या जहाज पर कोई भयानक घटना घटी, जिसने चालक टीम को जहाज से कूदने या किसी अज्ञात शक्ति द्वारा खींच लिए जाने पर मजबूर कर दिया?
आज भी रहस्य बनी है बेल अमिका की कहानी
बेल अमिका को बंदरगाह पर ले जाया गया, लेकिन रहस्य जस का तस बना रहा. जहाज पर सवार मिस्र का भोजन और उत्तरी अफ्रीकी नक्शे एक अधूरी कहानी के अध्याय बनकर रह गए. कभी-कभी, रात के सन्नाटे में, पुंटा वोल्पे के पास के मछुआरे दावा करते हैं कि वो समुद्र में एक अकेले जहाज को मंडराते देखते हैं, जिसके मस्तूलों पर एक भयानक हरी रोशनी जलती रहती है.
बेल अमिका की कहानी आज भी डराती है. कभी-कभी, देर रात को, जब कोहरा समुद्र को अपने आगोश में ले लेता है, मछुआरे दावा करते हैं कि वे जहाज की मस्तूलों पर लटकती हुई भयानक हरी रोशनी देखते हैं, मानो भूतों की आंखें हों. किंवदंती कहती है कि बेल अमिका हमेशा उन आत्माओं को ढूंढता रहता है जो कभी उस पर सवार थीं. कुछ का मानना है कि अगर कोई जहाज बेल अमिका के बहुत करीब चला जाता है, तो भूत जहाज उस जहाज पर सवार हो जाते हैं और उनकी जगह ले लेते हैं, जिससे बेल अमिका फिर से यात्रियों से भर जाता है, जो हमेशा के लिए समुद्र में खोए रहने के अपने दुर्भाग्य को सहते रहते हैं.
इसलिए, अगर कभी आप अटलांटिक महासागर में यात्रा कर रहे हैं और क्षितिज पर एक भूतिया जहाज देखते हैं, तो उससे दूर रहें. वह बेल अमिका हो सकता है, खोई हुई आत्माओं से भरा हुआ, हमेशा अपने दुखद अंत को दोहराने के लिए बेताब. अपनी दिशा बदलें और तेज गति से आगे बढ़ें, इस भयानक अभिशाप से दूर भागें, कहीं ऐसा न हो कि आप भी बेल अमिका के भयानक भाग्य में शामिल हो जाएं.