menu-icon
India Daily

और बढ़ेगी खूनी जंग! नसरल्लाह की मौत के बाद हिजबुल्लाह के नए चीफ बनेंगे हाशेम सफीद्दीन

Hashem Safieddine: हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की इजरायली हमले में मौत के बाद समूह का नेतृत्व किसे सौंपा जाएगा इस पर अटकलें शुरू हो गई हैं. रिपोर्टों के अनुसार, हाशेम सफीउद्दीन को नसरल्लाह का उत्तराधिकारी माना जा रहा है. सफीउद्दीन नसरल्लाह के चचेरे भाई हैं वर्तमान में हिजबुल्लाह की कार्यकारी परिषद के प्रमुख हैं और वह जिहाद परिषद के सदस्य भी हैं.

auth-image
Edited By: India Daily Live
Hashem Safieddine
Courtesy: Social Media

Hashem Safieddine: इजरायली हमले में हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह की मौत हो गई. हसन की मौत के बाद समूह का नेतृत्व कौन संभालेगा इसको लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है. इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें हाशेम सफीउद्दीन को हसन नसरल्लाह का उत्तराधिकारी माना जा रहा है. 

नसरल्लाह 32 वर्षों तक ईरान समर्थित आतंकवादी समूह का नेतृत्व कर रहे थे. वह बेरूत के एक उपनगर में उनके भूमिगत मुख्यालय पर हुए हमले में मारे गए. यह बीते कुछ दशकों में हिज़्बुल्लाह के लिए सबसे बड़ा झटका था.

हाशेम सफीउद्दीन कौन हैं?

नसरल्लाह के चचेरे भाई सफीउद्दीन वर्तमान में कार्यकारी परिषद के प्रमुख के रूप में हिजबुल्लाह के राजनीतिक मामलों की देखरेख करते हैं और जिहाद परिषद के सदस्य हैं. यह परिषद सैन्य अभियानों का प्रबंधन करती है.  टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार , उसे 1990 के दशक से नेतृत्व के लिए तैयार किया जा रहा है और वह अपनी धार्मिक स्थिति के लिए पहचाना जाता है.  वह काली पगड़ी पहनता है जो इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद के वंश का प्रतीक है.

रिपोर्ट के मुताबिक,साल 2017 में अमेरिका द्वारा आतंकवादी घोषित किए गए सफीददीन ने इजरायल के खिलाफ अपनी आक्रामक बयानबाजी के लिए खूब सुर्खियां बटोरी हैं.  हाशेम सफीददीन को अक्सर हमास और फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में बयान देते देखा गया है. हाल ही में उसने फिलिस्तीनी लड़ाकों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा था कि हमारा इतिहास, हमारी बंदूकें और हमारे रॉकेट आपके साथ हैं.


सफीउद्दीन कैसे बच गया

इससे पहले सामने आईं रिपोर्टों में कहा गया था कि सफीद्दीन हवाई हमलों में मारा गया होगा लेकिन बाद में हिजबुल्लाह के सूत्रों ने पुष्टि की कि वह बच गया. हसन नसरल्लाह जैसा उसका कद और उनके परिवार के साथ घनिष्ठ संबंध उसे समूह का नेता बनाने की संभावनाओं को बढ़ाता है. हिजबुल्लाह के कई शीर्ष कमांडर इजरायली बमबारी में मारे गए हैं. मारे गए लोगों में समूह के संस्थापक सदस्य भी शामिल हैं.  इजरायल की बढ़ती बमबारी ने इस डर को बढ़ा दिया है कि संघर्ष नियंत्रण से बाहर हो सकता है, जिसमें संभावित रूप से ईरान के साथ-साथ इजरायल के सबसे करीबी सहयोगी अमेरिका भी शामिल हो सकता है.