इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को एक भावुक संदेश में कहा कि गुरुवार को इजरायल के लिए एक बहुत ही कठिन और दुखभरा दिन होगा, क्योंकि चार मृत इजरायली बंधकों के शवों को इजरायल वापस लाया जाएगा. यह शव हमास द्वारा पहले ही पकड़े गए इजरायली बंधकों के थे, जो गाजा में हमले के दौरान कैद हो गए थे.
नेतन्याहू ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, "कल इजरायल के लिए एक बहुत ही कठिन दिन होगा. एक ऐसा दिन जो शोक का दिन है, और एक ऐसा दिन जब हम अपने प्रिय बंधकों के शवों को घर ला रहे हैं."
नेतन्याहू ने पोस्ट में लिखा, "हम हमास के साथ जिस तरह के राक्षसों का सामना कर रहे हैं, उसे देखकर हमारा दिल टूट जाता है. हम दुखी हैं, लेकिन हम इस बात के लिए दृढ़ हैं कि ऐसा कभी नहीं होने पाए." उन्होंने यह भी बताया कि इस शोक के समय, पूरा देश बंधकों के परिवारों के साथ खड़ा है.
מחר יהיה יום מאוד קשה למדינת ישראל. יום מטלטל, יום של יגון. אנחנו מחזירים הביתה ארבעה מחטופינו האהובים, חללים.
— Benjamin Netanyahu - בנימין נתניהו (@netanyahu) February 19, 2025
אנחנו מחבקים את המשפחות, והלב של אומה שלמה נקרע. הלב שלי נקרע. גם שלכם. וצריך שהלב של כל העולם יקרע, כי פה רואים מול מי יש לנו עסק, עם מה יש לנו עסק, עם איזה מפלצות.… pic.twitter.com/c1OYZo1WEN
हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहले इस सप्ताह घोषणा की थी कि वे चार मृत इजरायली बंधकों के शवों को गुरुवार को और छह जीवित बंधकों को शनिवार को रिहा करेंगे. इन बंधकों में इजरायल के सबसे छोटे और सबसे वृद्ध बंधक भी शामिल हैं.
गुरुवार को रिहा होने वाले शवों में एक परिवार के तीन सदस्य भी शामिल हैं. यह परिवार बिबास परिवार के रूप में पहचाना गया है. इसमें शिरी बिबास, उनकी बेटी एरियल और बेटा कफीर बिबास के शव शामिल होंगे. ये शव पहले ही हमास द्वारा क़ैद किए गए थे और अब उन्हें इजरायल वापस लाया जाएगा.
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने यह स्पष्ट किया कि वे और उनका पूरा देश इस दुख के समय में बंधकों के परिवारों के साथ हैं और हमास के कृत्यों की कड़ी आलोचना करते हैं. हालांकि, वे यह भी कहते हैं कि इजरायल अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ संकल्पित है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेगा.