Israel Hamas War: इजरायल के हवाई हमले में हमास के राजनीतिक नेता सलाह अल-बर्दाविल और उनकी पत्नी की मौत हो गई. यह हमला गाजा के खान यूनिस क्षेत्र में हुआ, जहां वे रह रहे थे. इस घटना की जानकारी हमास और फिलिस्तीनी मीडिया ने रविवार की सुबह दी. इस हमले ने इजराइल और हमास के बीच चल रही हिंसा के नए दौर की शुरुआत की है.
इजरायल ने मंगलवार से गाजा में फिर से सैन्य अभियान शुरू किया है. यह हमला जनवरी में युद्धविराम के बाद की स्थिति में एक बड़ा बदलाव था. इस युद्धविराम के बाद, इजरायल ने हमास के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं. इस सैन्य अभियान का मुख्य उद्देश्य हमास को सैन्य और प्रशासनिक रूप से कमजोर करना और बचे हुए बंधकों को छुड़ाना है. इस हमले के बाद, गाजा में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.
सलाह अल-बर्दाविल, जो कि हमास के राजनीतिक दफ्तर के सदस्य थे, इस हमले में अपनी पत्नी के साथ मारे गए. हमास समर्थक मीडिया के मुताबिक, यह हवाई हमला सुबह-सुबह हुआ था, और इसके परिणामस्वरूप बर्दाविल और उनकी पत्नी की मौत हो गई. सलाह अल-बर्दाविल हमास के उच्च पदस्थ नेताओं में से एक थे और उन्होंने कई सालों तक संगठन के लिए काम किया था. उनकी मौत से हमास को एक बड़ा झटका लगा है.
इससे पहले, इजरायली सैन्य बलों ने हमास के कई प्रमुख नेताओं को भी निशाना बनाया था. मंगलवार को इजरायल के हवाई हमलों में हमास के डिफेक्टो गवर्नमेंट हेड इस्साम अडलीस और इंटर्नल सिक्योरिटी चीफ महमूद अबू वाटफा की भी मौत हो गई थी. इसके अलावा, शुक्रवार को इजरायल ने हमास के मिलिट्री इंटेलिजेंस के प्रमुख ओसामा तबाश को मार गिराया. ओसामा तबाश, जो हमास की निगरानी और टारगेटिंग यूनिट के प्रमुख थे, इजरायल के लिए एक महत्वपूर्ण लक्ष्य थे.
गाजा में बढ़ती हिंसा और इजरायल द्वारा जारी हवाई हमलों के बीच, युद्धविराम पर भी दोनों पक्षों के बीच मतभेद बने हुए हैं. जनवरी में शुरू हुआ तीन चरणों का युद्धविराम समझौता अब संकट में है. पहले चरण में, हमास ने लगभग 3 दर्जन बंधकों को रिहा किया था, जबकि इजरायल ने करीब 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ने पर सहमति जताई थी. लेकिन अब, दूसरे चरण के लिए कोई समझौता नहीं हो सका है. इजरायल ने हमास पर दबाव बनाने के लिए गाजा में खाद्य और सहायता की आपूर्ति भी रोक दी है.