Israel Hamas War: रविवार को इजरायल में महीनों बाद फिर से सायरन बज उठे हैं.संभावित हमलों बचाव के लिए इजरायली सेना ने तेल अवीव और मध्य इजरायली इलाकों में सायरन बजाया है. हालांकि इजरायली डिफेंस फोर्स ने सायरन बजाए जाने के कारणों का खुलासा नहीं किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने कहा है कि उसने इजरायल के ऊपर बड़ा मिसाइली हमला किया है. हमास ने दावा किया है कि उसने गाजा से रॉकेटों की बौछार की है. हमास की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड ने कहा कि यह रॉकेट जायोनी नरसंहार के खिलाफ लॉन्च किए गए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, हमास के आतंकियों ने सात महीने से जारी संघर्ष में लगातार आस-पास के इलाकों पर रॉकेट हमले करना जारी रखा है. ताजा हमले में फिलहाल किसी तरह के नुकसान या हताहत होने की खबर सामने नहीं आई है. इज़रायली सेना का कहना है कि दक्षिणी गाजा के राफाह क्षेत्र से कम से कम आठ रॉकेट दागे गए और उनमें से कई को रोक दिया गया. सेना ने कहा कि हर्जलिया और पेटा टिकवा सहिक कई इलाकों में रॉकेट सायरन बजाए गए. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली मीडिया ने हर्जलिया में रॉकेट हमले से हुए नुकसान का एक वीडियो प्रकाशित किया है. सोशल मीडिया पर वायरल एक अन्य पोस्ट में रॉकेट हमले की वजह से बड़ा गड्ढा बन गया है.
इससे पहले गाजा में सहायता ट्रक रफाह क्रॉसिंग के बंद होने के बाद दक्षिणी इजरायल से मदद लेकर पहुंचे थे. इजरायल ने हमले के बाद इस इलाके पर अपना कब्जा जमा लिया है. वहीं, मिस्र ने भी गाजा की ओर का कंट्रोल फिलिस्तीनियों को वापस सौंपे जाने तक रफाह क्रॉसिंग को खोलने से मना कर दिया है.
हमास के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, इज़रायल और हमास के बीच युद्ध जो अब अपने आठवें महीने में है. इस जंग में लगभग 36,000 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. 23 लाख आबादी वाले गाजा में लगभग 80 फीसदी लोग अपने घरों से विस्थापित हो चुके हैं. यूएन का कहना है कि जंग के कारण इलाके में अकाल की स्थिति बन गई है.