Hamas Hostage Release: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि गाजा स्थित हमास आतंकवादी ग्रुप इस हफ्ते 6 बंधकों को रिहा करेगा. साथ ही, टेल अवीव (इजराइल) सोमवार से गाजा के निवासियों को नॉर्थ की तरफ अपने घर लौटने की अनुमति देगा. इस प्रोसेस में हमास ने गुरुवार को एक नागरिक अर्बेल यहूद, एक सैनिक अगम बर्गर और एक अन्य बंधक को रिहा करने का ऐलान किया है. जबकि तीन अतिरिक्त बंधकों को शनिवार को रिहा किया जाएगा.
कुछ दिन पहले, हमास ने चार सैनिकों को रिहा किया था, लेकिन नागरिक यहूद को रिहा नहीं किया गया थे, जिसके कारण इजराइल ने हमास पर संघर्षविराम समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया. समझौते के अनुसार, पहले इजराइल के नागरिकों को रिहा किया जाना था, बदले में फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ना था.
19 जनवरी को संघर्षविराम समझौता लागू होने के बाद से, दो दौर की अदला-बदली के तहत सात बंधकों और 200 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया है. प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय ने एक पोस्ट में बताया, “साथ ही, इजराइल को हमास से एक लिस्ट भी मिली है जिसमें पहले फेज में रिहा होने वाले सभी बंधकों की स्थिति की डिटेल्स हैं. इन समझौतों के तहत, इजराइल कल सुबह से गाजा के निवासियों को नॉर्थ की तरफ जाने की अनुमति देगा.”
The Prime Minister's Office:
— Prime Minister of Israel (@IsraeliPM) January 26, 2025
Following the conducting of vigorous and determined negotiations led by Prime Minister Benjamin Netanyahu, Hamas has backtracked and will carry out an additional phase of releasing hostages this Thursday.
इजराइल द्वारा रिहा किए गए हजारों फिलिस्तीनी नागरिक नॉर्थ गाजा की तरफ जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पिछले दो दिनों से उन्हें मिलिट्री ब्लॉकाडेस का सामना करना पड़ रहा था. अब इजराइल ने घोषणा की है कि सोमवार से उन्हें नॉर्थ की तरफ जाने की अनुमति मिल जाएगी.
In this phase, the civilian Arbel Yehud, the soldier Agam Berger and an additional hostage will be released.
— Prime Minister of Israel (@IsraeliPM) January 26, 2025
In accordance with the agreement, three additional hostages will be released this Saturday.
19 जनवरी को हुआ यह समझौता इजराइल और हमास के बीच 15 महीने चले युद्ध को रोकने में अहम साबित हुआ. इस संघर्ष में 47,200 से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है, जबकि इजराइल के हमले में 1,200 से अधिक लोग मारे गए थे, और 251 लोग बंधक बनाए गए थे.