Israel Gaza Ceasefire: वतन वापसी के बाद खिले चेहरे, हमास ने इजरायल की तीन महिला बंदियों को किया रेड क्रॉस के हवाले
इजरायली सेना ने पुष्टि की कि रेड क्रॉस ने बंदियों को उनके हवाले किए जाने की सूचना दी. इन महिलाओं को 471 दिनों की कैद के बाद रिहा किया गया. इजरायल की तरफ से भी बंदियों को रिहा किया जाएगा.
गाजा सिटी में रविवार को हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि तीन इजरायली महिलाओं को रेड क्रॉस को सौंप दिया गया है. यह कदम इजरायल और हमास के बीच हुए संघर्षविराम समझौते के तहत उठाया गया. अधिकारी के अनुसार, यह हस्तांतरण गाजा सिटी के अल-सराया स्क्वायर में रेड क्रॉस की उपस्थिति में हुआ. रेड क्रॉस टीम के एक सदस्य ने तीनों महिलाओं से मुलाकात की और उनकी सुरक्षा तथा स्वास्थ्य की पुष्टि की.
रिहाई के पीछे का समझौता
इजरायली सेना ने पुष्टि की कि रेड क्रॉस ने बंदियों को उनके हवाले किए जाने की सूचना दी. इन महिलाओं को 471 दिनों की कैद के बाद रिहा किया गया. रिहा की गई महिलाएं हैं:
- रोमी गोनेन (24 वर्ष), जिन्हें नोवा म्यूजिक फेस्टिवल से अपहरण किया गया था.
- एमिली दमारी (28 वर्ष), एक इजरायल-ब्रिटिश नागरिक.
- डोरोन स्टेनब्रेचर (31 वर्ष), जिन्हें किब्बुत्ज कफर अज़ा से अगवा किया गया.
यह समझौता धीरे-धीरे और अधिक बंदियों की रिहाई की योजना के तहत लागू किया गया है.
इजरायली सेना के हाथों में बंधक
प्रधान मंत्री कार्यालय ने पुष्टि की है कि रोमी गोनेन, 24, एमिली दामरी, 28, और डोरोन स्टीनब्रेचर, 31, इजरायली सेना के हाथों में हैं। पीएमओ ने एक बयान में कहा, "इजरायल की सरकार तीनों लौटने वालों को गले लगाती है।" उन्होंने कहा कि उनके परिवारों को बताया गया है कि वे इजरायल के हाथों में हैं। "इज़राइल सरकार सभी बंधकों और लापता लोगों को वापस लौटाने के लिए प्रतिबद्ध है।"
समझौते को लेकर चिंताएं
इस संघर्षविराम समझौते के तीन चरणों में बंदियों की रिहाई की योजना है. हालांकि, कई इजरायली परिवारों को चिंता है कि यह समझौता अधूरा रह सकता है, या बंदी खराब स्वास्थ्य स्थिति में लौट सकते हैं.
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले के दौरान लगभग 250 लोगों का अपहरण किया गया था. उनमें से कई रिहा कर दिए गए हैं या उनकी मृत्यु की पुष्टि हुई है. हालांकि, अभी भी लगभग 100 लोग गाजा में बंधक हैं.
रेड क्रॉस की भूमिका
रेड क्रॉस ने इस हस्तांतरण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, यह सुनिश्चित करते हुए कि रिहा किए गए बंदियों का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर है. इजरायल की सेना इन बंदियों की सुरक्षा और उनके परिजनों से मिलाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही है. इस रिहाई से संघर्षविराम समझौते में नई उम्मीदें जगी हैं, लेकिन आने वाले दिनों में समझौते की स्थिरता और अन्य बंदियों की सुरक्षित रिहाई पर गहन नजर रखी जाएगी.