गाजा सिटी में रविवार को हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि तीन इजरायली महिलाओं को रेड क्रॉस को सौंप दिया गया है. यह कदम इजरायल और हमास के बीच हुए संघर्षविराम समझौते के तहत उठाया गया. अधिकारी के अनुसार, यह हस्तांतरण गाजा सिटी के अल-सराया स्क्वायर में रेड क्रॉस की उपस्थिति में हुआ. रेड क्रॉस टीम के एक सदस्य ने तीनों महिलाओं से मुलाकात की और उनकी सुरक्षा तथा स्वास्थ्य की पुष्टि की.
रिहाई के पीछे का समझौता
यह समझौता धीरे-धीरे और अधिक बंदियों की रिहाई की योजना के तहत लागू किया गया है.
BREAKING 🔴
— Open Source Intel (@Osint613) January 19, 2025
The IDF has received the three female hostages!
Hostages Romi Gonen, Emily Damari, and Doron Steinbrecher are now in the custody of IDF troops inside Gaza.
They will be transported to a border facility for initial medical evaluations. https://t.co/R0OsX1TrYb
इजरायली सेना के हाथों में बंधक
प्रधान मंत्री कार्यालय ने पुष्टि की है कि रोमी गोनेन, 24, एमिली दामरी, 28, और डोरोन स्टीनब्रेचर, 31, इजरायली सेना के हाथों में हैं। पीएमओ ने एक बयान में कहा, "इजरायल की सरकार तीनों लौटने वालों को गले लगाती है।" उन्होंने कहा कि उनके परिवारों को बताया गया है कि वे इजरायल के हाथों में हैं। "इज़राइल सरकार सभी बंधकों और लापता लोगों को वापस लौटाने के लिए प्रतिबद्ध है।"
समझौते को लेकर चिंताएं
इस संघर्षविराम समझौते के तीन चरणों में बंदियों की रिहाई की योजना है. हालांकि, कई इजरायली परिवारों को चिंता है कि यह समझौता अधूरा रह सकता है, या बंदी खराब स्वास्थ्य स्थिति में लौट सकते हैं.
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले के दौरान लगभग 250 लोगों का अपहरण किया गया था. उनमें से कई रिहा कर दिए गए हैं या उनकी मृत्यु की पुष्टि हुई है. हालांकि, अभी भी लगभग 100 लोग गाजा में बंधक हैं.
रेड क्रॉस की भूमिका
रेड क्रॉस ने इस हस्तांतरण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, यह सुनिश्चित करते हुए कि रिहा किए गए बंदियों का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर है. इजरायल की सेना इन बंदियों की सुरक्षा और उनके परिजनों से मिलाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही है. इस रिहाई से संघर्षविराम समझौते में नई उम्मीदें जगी हैं, लेकिन आने वाले दिनों में समझौते की स्थिरता और अन्य बंदियों की सुरक्षित रिहाई पर गहन नजर रखी जाएगी.