Hamas: न्यू यॉर्क पोस्ट की एक ताजा रिपोर्ट ने आतंकवादी संगठन हमास के क्रूर चेहरे को बेनकाब कर दिया है. इजरायली रक्षा बलों (IDF) के प्राप्त किए गए गुप्त दस्तावेजों से पता चला है कि फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास ने समलैंगिक संबंध रखने वाले अपने ही लड़ाकों को प्रताड़ित किया और उन्हें मौत के घाट उतार दिया है. इसके अलावा, इन दस्तावेजों में इजरायली बंधकों के साथ यौन शोषण और बलात्कार जैसी भयावह घटनाओं का भी जिक्र किया गया है.
IDF को मिले दस्तावेजों के मुताबिक, हमास ने अपने संगठन में भर्ती 94 सदस्यों की सही तरीके से जांच की, जिसमें उन्हें समलैंगिक संबंध रखने, बिना शादी के महिलाओं से छेड़छाड़ करने, बच्चों के यौन शोषण और कई दूसरे गंभीर अपराधों में शामिल पाया गया है.
रिपोर्ट के अनुसार, इन 94 आतंकवादियों में से अधिकांश हमास के खुफिया, सैन्य और आंतरिक मंत्रालय से जुड़े थे. गौर करने वाली बात ये है कि गाजा में समलैंगिक संबंध अवैध माने जाते हैं और इसके लिए जेल या मौत की सजा तक हो सकती है. 2012 से 2019 के बीच, गुप्त सूचनाओं के आधार पर हमास ने अपने समलैंगिक सदस्यों को खोजकर क्रूर सजा दी. हमास की समलैंगिकता विरोधी मानसिकता कोई नई बात नहीं है. 2016 में, संगठन ने अपने ही एक टॉप कमांडर महमूद एश्तवी को समलैंगिक संबंधों के चलते गोली मार दी थी.
दस्तावेजो के मुताबिक, महमूद एशतवी को एक साल तक जेल में क्रूर सजा दी गईं थी. उसे लंबे समय तक लटकाकर रखा गया था. आखिर में उसे सार्वजनिक रूप से फांसी दे दी गई थी. हमास ने उसे इजरायली जासूस बताकर अपनी इस बर्बरता को सही ठहराने की कोशिश की थी.
IDF के एक अधिकारी के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 को जब हमास ने इजरायल पर हमला किया, तो उसके लड़ाकों ने इजरायली पुरुष बंधकों के साथ भी यौन हिंसा की थी. इजरायली सरकार से जुड़े एक सूत्र ने न्यूयॉर्क पोस्ट को बताया कि हमास के आतंकवादियों ने पुरुष बंधकों के साथ बलात्कार किया और उनके साथ मानसिक और शारीरिक यातनाएं दीं.
इजरायली कार्यकर्ता ईव हैरो ने कहा, हमास की कट्टरपंथी विचारधारा के अनुरूप नहीं रहने वाले लोग—चाहे वे महिलाएं हों, पत्रकार हों, कार्यकर्ता हों या किसी अल्पसंख्यक समुदाय से हों—उन्हें हमास की ओर से उत्पीड़न, कारावास या यहां तक कि मौत का सामना करना पड़ता है. हमास का यह खुलासा साबित करता है कि यह संगठन न केवल इजरायलियों के लिए, बल्कि अपने ही सदस्यों और आम फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए भी खतरा है.