Hamas Attack On Israel First Anniversary: इजराइल ने रविवार शाम को अपने इतिहास में सबसे भीषण आतंकवादी हमले की पहली वर्षगांठ मनाने की तैयारी की. इस दौरान इजराइली सेना की ओर से कहा गया कि 7 अक्टूबर 2023 के नरसंहार के घाव अभी भी हरे हैं. अनेक पीड़ित परिवार अपने प्रियजनों के बारे में उत्तर खोज रहे हैं, बंधकों की दुर्दशा लोगों के दिल दिमाग पर हावी है और कई मोर्चों पर लड़ाई अभी भी जारी है.
राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने ने राष्ट्रीय शोक के लिए स्मारक बनाने की कसम खाई, जबकि आईडीएफ ने 7 अक्टूबर के हमले से पहले कभी नहीं देखे गए फुटेज जारी किए. उस दिन की अराजकता और उथल-पुथल के बारे में कई सवाल अभी भी बने हुए हैं. हर्जोग ने रविवार को एक बयान में कहा कि एक साल बीत चुका है, उस वक्त जीवन ठहर गया था, आसमान काला हो गया था और हम सभी ने दुश्मन की राक्षसी क्रूरता देखी थी जो यहूदी लोगों, इजरायल राज्य और इजरायली समाज पर विनाश लाना चाहती थी.
उन्होंने कहा कि हम सभी अभी भी दर्द में हैं और हम राष्ट्रीय शोक के लिए स्मारक बनाना चाहते हैं, उस भयानक आपदा के लिए जो हमारे ऊपर आई है. मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि हम सब कुछ नए सिरे से बनाएंगे और ये पुनर्निर्माण तब तक पूरा नहीं होगा जब तक बंधक घर वापस नहीं आ जाते.
On the eve of the first anniversary of the October 7 massacre, the IDF is airing previously unreleased footage from the onslaught.
— Emanuel (Mannie) Fabian (@manniefabian) October 6, 2024
The first clip shows troops of the elite Multidomain Unit, or "Ghost" Unit, operating in Kibbutz Re'im on the morning of October 7. During the… pic.twitter.com/ac2xj2lKnC
इस बीच, इजराइली सेना के चीफ हलेवी ने कहा कि नरसंहार की पहली वर्षगांठ न केवल स्मरण का दिन है, बल्कि गहन आत्म-मंथन का दिन भी है. असफलताओं को पहचानना और उनसे सीखना, साथ ही चुनौतियों की जांच करना, जो हो चुकी हैं और जो अभी आने वाली हैं.
आईडीएफ प्रमुख ने कहा कि इजरायल का चल रहा बहु-मोर्चा युद्ध अपनी भूमि पर स्वतंत्र लोगों के होने के हमारे अधिकार के लिए युद्ध है. उन्होंने सैनिकों को लिखे एक संदेश में कहा कि पिछले एक साल से हम एक जटिल, बहु-मोर्चे वाले युद्ध के बीच में हैं, जिसमें कई महत्वपूर्ण और व्यापक उपलब्धियां हैं. अभी भी कई चुनौतियां बाकी हैं. आईडीएफ सैनिक तैनात हैं और बिना रुके सभी मोर्चों पर पूरी ताकत से लड़ रहे हैं.
नरसंहार की पहली वर्षगांठ से पहले, आईडीएफ ने हमास के हमले से संबंधित अनसीन फुटेज रिलीज की. पहली क्लिप में 7 अक्टूबर की सुबह किबुत्ज़ रीम में कार्य कर रहे विशिष्ट मल्टीडोमेन यूनिट को दिखाया गया है. दर्जनों हमास आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई के दौरान, यूनिट के कमांडर, कर्नल रोई लेवी, एक अन्य अधिकारी, कैप्टन योतम बेन बस्सत मारे गए.
रविवार को आईडीएफ की ओर से रिलीज दूसरे वीडियो में स्देरोत के पुलिस स्टेशन पर लड़ाई के दृश्य का अनसीन फुटेज दिखाया गया है, जब हमास आतंकवादियों ने इमारत पर कब्जा कर लिया था और कई अधिकारियों की हत्या कर दी थी. आईडीएफ ने कहा कि ये वीडियो 401वीं बख्तरबंद ब्रिगेड के तत्कालीन कमांडर कर्नल बेनी अहरोन के टैंक से फिल्माया गया था.
מלוכדים News: שנה לטבח! הבית שהפך לסמל הזוועות • התיעוד מבית משפחת תעסה וגבורת האב שהציל את ילדיו pic.twitter.com/lnvisCcf5Q
— ישראלי News (@Israeli1News) October 6, 2024
ठीक एक साल पहले, हमास और इस्लामिक जिहाद के आतंकवादियों ने आकाश, जमीन और समुद्र के रास्ते इजरायल में घुसपैठ की थी, जिसमें 1200 से अधिक लोग मारे गए थे और 251 इजरायलियों को बंधक बना लिया था.
7 अक्टूबर को 'ब्लैक सैटरडे' के नाम से भी जाना जाता है, यह नरसंहार के बाद यहूदियों की सबसे बड़ी हत्या थी. हमास और इस्लामिक जिहाद (आईजे) के आतंकवादियों की ओर से किया गया नरसंहार सबसे बड़े और सबसे खूनी अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी कृत्यों में से एक था. विभिन्न देशों के नागरिक मारे गए और/या बंधक बनाए गए, जिनमें संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, थाईलैंड, रूस, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, यूक्रेन, अर्जेंटीना, कनाडा, रोमानिया, पुर्तगाल, चीन, फिलीपींस, ऑस्ट्रेलिया, अजरबैजान, बेलारूस, ब्राजील, कंबोडिया, चिली, कोलंबिया, इरिट्रिया, एस्टोनिया, फ्रांस, आयरलैंड, इटली, लातविया, लिथुआनिया, मोल्दोवा, नेपाल, पैराग्वे, पोलैंड, रोमानिया, श्रीलंका, सूडान, स्विट्जरलैंड, तंजानिया, थाईलैंड, उज्बेकिस्तान, हंगरी और डेनमार्क के लोग शामिल हैं.