Pakistani woman viral video: पाकिस्तान के लाहौर से एक महिला का वीडियो वायरल हुआ. महिला डरी-सहमी हुई एक होटल में दुबकी बैठी थी. लोगों की भीड़ उसे घेरे हुए लिंचिंग करना चाहती थी. खून की प्यासी भीड़ को उसके ड्रेस से अपत्ति थी. उसने जो ड्रेस पहन रखी थी उसपर अरबी भाषा में कुछ लिखा था, जिसे कई लोगों ने गलती से कुरान के अंश समझ लिया. अगर एसपी सैयदा शहरबा मौके पर नहीं पहुंचती तो उस महिला के साथ कुछ हो सकता था. सैयदा शहरबा ने उसे उस होटल से कुशल निकाल लिया.
इस मामले में अब ई कॉमर्स कंपनी की तरफ से सफाई आई है. ईबी पर आसानी से खरीदी जा सकने वाली इस पोशाक का कुरान से कोई संबंध नहीं है. कुवैती कपड़ों के ब्रांड सेम्प्लिसिटा ने पाकिस्तान में हुई घटना से जुड़ी गलतफहमियों को दूर करने के लिए इंस्टाग्राम स्टोरी पर बयान जारी किया है. उसमें लिखा है कि प्रिय पाकिस्तानी लोगों, मासूम लड़की के साथ हुई हालिया घटना से हमारा कोई लेना-देना नहीं है. हम कुवैत में स्थित हैं और हम दुनिया भर में अपना सामान नहीं भेजते हैं.
उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि हम हर जगह अलग-अलग फ़ॉन्ट में अरबी शब्दों और अक्षरों का उपयोग करते हैं क्योंकि यह हमारी भाषा है. डायलॉग पाकिस्तान के अनुसार, ब्रांड ने स्पष्ट किया कि पोशाक को सजाने वाले अरबी भाषा "हलवा और हया" का सीधा अनुवाद सुंदर और जीवन है. इंस्टाग्राम अकाउंट के अनुसार, यह पोशाक 57 सप्ताह से अधिक समय से कंपनी की साइट पर उपलब्ध है.
इस मामले में इस्लाम के धार्मिक विद्वानों ने भी स्पष्ट कर दिया है कि महिला के पोशाक पर लिखा गया अरबी हस्तलिपि कुरान की कुरान की पवित्र आयतें नहीं हैं. विवाद बढ़ने के बाद महिला ने मांफी मांगी. उसने पुलिस के सामने कहा कि मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था, गलती से ऐसा हो गया. फिर भी, जो कुछ हुआ उसके लिए मैं माफी मांगती हूं, और मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि ऐसा दोबारा कभी न हो.